जयपुर 12 अप्रैल को रामलीला मैदान में एकत्रित होकर सांगानेरी गेट हनुमान मंदिर तक पीडित परिवार के साथ भाजपा निकालेगी कैंडल मार्चः अरुण चतुर्वेदी जयपुर बम ब्लास्ट मामले में राजस्थान सरकार ने 12 दिन बाद भी सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर नहीं की, दोषियों को सजा दिलाने के लिए नहीं उठाए गए ठोस कदमः अरूण चतुर्वेदी जयपुर, 8 अप्रैल, 2023। भाजपा प्रदेश कार्यालय पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जयपुर समेत पूरे राजस्थान को दहला देने वाले जयपुर बम ब्लास्ट कांड के प्रति कांग्र्रेस सरकार का रवैया असंवेदनशील रहा है। 12 अप्रैल को 4 बजे भाजपा द्वारा जयपुर बम ब्लास्ट के दोषियों की रिहाई के मामले में कांग्रेस सरकार की असंवेदनशीलता के विरोध में पीड़ित परिवारों के साथ भाजपा रामलीला मैदान में एकत्रित होकर कैंडल मार्च जयपुर बम ब्लास्ट के घटनास्थल हनुमान मंदिर सांगानेरी गेट तक जाएगा। कैंडल मार्च के माध्यम से जयपुर शहर की जनता पीड़ित परिवारों के साथ संवेदना एवं राज्य सरकार से दोषियों को सजा दिलाने के लिए मांग करेगी। पीड़ित परिवार की ओर से एसएलपी सुप्रीम कोर्ट में दायर करने का काम शुरू कर दिया है, जल्द ही पीड़ित परिवारों के द्वारा याचिका दायर की जाएगी, जिसमें भाजपा पूर्ण रूप से सहयोग करेगी। चतुर्वेदी ने बताया कि जयपुर बम ब्लास्ट के दोषियों को सजा दिलाना प्रदेश कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता में नहीं है, जबकि भाजपा को पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी एवं नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पीडित परिवार से मिलकर संवेदना प्रकट की ।चतुर्वेदी ने कहा कि 12 दिन बीत जाने के बाद भी राजस्थान सरकार की ओर से कोई भी ठोस कदम दोषियों को सजा दिलाने के लिए नहीं उठाए गए। 2008 में देश में जगह-जगह बम ब्लास्ट और आंतक की चार घटनाएं हुई थी, समझोता एक्सपे्रस की घटना, मालेगांव कांड, हैदराबाद मक्का मज्जिद का मामला व अजमेर दरगार ब्लास्ट, ऐसे चार मामले हुए उसके बाद जयपुर का मई का सीरियल बम बलास्ट भी हुआ। चारों आतंकी हमलों की जांच एनआईए को ट्रांसफर कर दिए जाते है, जो सेन्ट्रल एंजेंसी है, लेकिन जयपुर सीरियल ब्लास्ट का मामला एनआईए को ट्रांसफर नहीं किया गया। चतुर्वेदी ने कहा कि बम ब्लास्ट मामले में दोषियों के बरी होने से समाज के प्रत्येक वर्ग में पीड़ा व्याप्त हुई है, क्योंकि इतनी बड़ी विभीषिका में कितने लोगों की जान गई, सैकड़ों लोग घायल हुए और दोषी सजा से मुक्त हो गए, यह पीड़ित परिवारों के साथ-साथ समाज के प्रत्येक वर्ग को आहत करने वाला है। 12 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर नहीं की और ना ही जांच को सही तरीके से साक्ष्यों के आधार पर कोई कार्यवाही की, साथ ही उन वकीलों पर भी कोई कार्यवाही नहीं की, जो इस मामले में मजबूत पैरवी नहीं कर पाए। यह सरकार की घोर असंवेदनशीलता को दर्शाता है, प्रदेश की जनता की भावनाओं पर भी गहरा अघात पहुंचाने वाला है। चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार के चार वर्ष के शासन में पीएफआई जैसे संगठन जो कि आतंकियों से संबंध रखने वाले संगठनों को सरकार की इजाजत से रैलियां निकाली गई, इनके फलस्वरुप राजस्थान के उदयपुर जिलें में कन्हैया लाल हत्याकांड जैसी जगन्य आतंकी घटनाएं हुई, यह सरकार की तुष्टिकरण की नीति का ही परिणाम है। भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता उन पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने में गहरी संवेदना के साथ खड़ा है और जब तक उन पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिलेगा भाजपा प्रयासरत रहेगी। प्रेस वार्ता के दौरान सांसद रामचरण बोहरा, जयपुर शहर जिलाध्यक्ष राघव शर्मा, ग्रेटर नगर निगम जयपुर महापौर सौम्या गुर्जर, उपमहापौर पुनित कर्नावट व प्रदेश मीडिया सह-संयोजक अशोक सिंह शेखावत मौजूद रहे।
बारह दिनों के बाद भी बम ब्लास्ट मामले पर निर्णय नहीं लेना सरकार के तुष्टिकरण का सबसे बड़ा साक्ष्य हैः अरुण चतुर्वेदी
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