पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के बलिदान दिवस पर विचार गोष्टी

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जयपुर, 21 मई। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गाँधी के बलिदान दिवस पर आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, जयपुर पर विचार गोष्ठी एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष श्री टीकाराम जूली, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. बी. डी. कल्ला सहित विधायक, पूर्व विधायक, प्रदेश पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।
विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि आज हम सब लोग देश के महान् शख्सियत पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. श्री राजीव गॉंधी के बलिदान दिवस के अवसर पर उन्हें श्रृद्धांजलि देने के लिये एकत्रित हुये हैं और सौभाग्य है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गॉंधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गॉंधी के साथ जिन्हें काम करने का मौका मिला, वे पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत हमारे बीच संस्मरण बताने के लिये पधारे हैं। उन्होंने कहा कि श्री राजीव गॉंधी द्वारा प्रधानमंत्री के रूप में जो देश के लिये कार्य किये गये और लोककल्याण के लिये निर्णय लिये गये उनकी फेरिस्त इतनी लम्बी है कि चर्चा करने के लिये पूरा दिन भी कम पड़ जाये। उन्होंने कहा कि श्री राजीव गॉंधी ने देश के युवाओं को 18 वर्ष की उम्र में मताधिकार देकर देश का भविष्य और सरकार चुनने का जो अधिकार दिया, वह सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने तो युवाओं को भ्रमित कर 2014 में केन्द्र की सत्ता प्राप्त कर ली किन्तु 11 साल हो गये आज तक युवाओं के लिये कोई कार्य नहीं किया, ना रोजगार दिया, ना मंहगाई कम की, बल्कि युवा हितों पर कुठाराघात करने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि श्री राजीव गॉंधी ने एक बात कही थी कि जो केन्द्र से पैसा आता है उसका 15 प्रतिशत ही लोगों तक पहुॅंच पाता है, इसका तात्पर्य यह था कि केन्द्र से जारी राशि को अन्य मद में राज्य सरकार खर्च कर लेती थी, इसलिये श्री राजीव गॉंधी ने पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ कर सीधे पंचायतों को विकास के लिये राशि उपलब्ध करवाने का कार्य किया, जिसका उपयोग केवल ग्रामीण सरकार द्वारा ही किया जा सकता है, लेकिन भाजपा के लोग इस विषय पर अनर्गल व तथ्यहीन बातें फैलाकर दुष्प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री राजीव गॉंधी ने निर्णय लिया कि ग्रामीण विकास की योजनायें दिल्ली में बनने की बजाए गॉंव की पंचायत द्वारा बनाई जायें और यह देश में लोकतंत्र व सरकार के विकेन्द्रीकरण का महत्वपूर्ण उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जब श्री राजीव गॉंधी देश को 21वीं सदी का मजबूत राष्ट्र बनाने की बात कहते थे, तो भाजपा का नेता उपहास करते थे, जबकि आज खुद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 2047 की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि श्री राजीव गॉंधी देश को 21वीं सदी में ले जाने के लिये सूचना प्रौद्योगिकी नहीं लाते तो हम आज के स्वर्णिम भारत की कल्पना भी नहीं कर सकते थे। उन्होंने कहा कि श्री राजीव गॉंधी ने संविधान में 73वॉं एवं 74वॉं संशोधन किया जिस कारण पंचायतीराज संस्थाओं में महिलाओं को आरक्षण मिला और हर पॉंच साल में चुनाव हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दलितों को, पिछड़ों को, ओबीसी को आरक्षण मिले, इनके विकास की योजनायें बनें, यह सोच श्री राजीव गॉंधी के समय ही प्रारम्भ हुई थी और आज इसी सोच के आधार पर देश में जातिगण जनगणना करवाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि माननीय उच्चत्तम न्यायालय द्वारा पारित निर्णय में कहा गया है कि नगर निकायों एवं पंचायतों में ओबीसी का आरक्षण लागू करने के लिये सरकार के पास इन जातियों की जनगणना अथवा सर्वे के आधार पर डेटा होना चाहिये, किन्तु भाजपा की सरकार इन मुद्दों पर फाईल दबाकर बैठी है।
डोटासरा ने कहा कि सरकार वन स्टेट-वन इलेक्शन की बात प्रचारित कर रही है लेकिन प्रश्र यह है कि इस विषय को लेकर ना तो कोई पॉलिसी आज तक बनी, ना कोई कैबीनेट की बैठक में फैसले लिये गये, ना विधानसभा में चर्चा हुई और ना ही कोई कानून बना, केवल हवा में बातें हो रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की भाजपा सरकार ने जिन संस्थाओं का कार्यकाल समाप्त हो गया, उनके चुनाव नहीं करवा रही है और आगे सरकाकर जब सभी संस्थाओं का, पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होगा तो एक साथ करवाने की मंशा रखती है, लेकिन यह वन स्टेट-वन इलेक्शन की श्रेणी में नहीं आता है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के तहत् सोशल मीडिया का दुरूपयोग कर भाजपा ने केन्द्र में सत्ता हथिया ली और इसका तो मुकाबला किया जा सकता है लेकिन अब एक नई तकनीक इजाद हुई है जिसके तहत् भाजपा द्वारा पर्ची खोलकर सरकार बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पर्ची से बनने वाले मुख्यमंत्री अपने ऊपर कोई जिम्मेदारी और दायित्व नहीं ले रहे हैं क्योंकि उन्हें ना तो विधायकों ने चुना है, ना ही जनता में उनके नाम की चर्चा कराकर मेंडेड लिया गया है, ऐसे में पर्ची से बने मुख्यमंत्री प्रदेश के विकास की बात तो करना तो दूर, आम जनता जो भीषण गर्मी में पानी व बिजली की किल्लत से त्रस्त है उसकी तकलीफों पर भी चर्चा करने की बजाए भ्रमण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब परफोर्मेंन्स की बजाए पर्ची से सरकार का भविष्य तय होना तो मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री अपनी जिम्मेदारी भूलकर आम जनता को भगवान भरोसे छोड़, केवल भ्रमण और भाषण में लगे हुये हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनावों में पेपरलीक सहित अनेक मुद्दे उठाये थे, किन्तु आज सब इन्स्पेक्टर परीक्षा को लेकर कोई निर्णय नहीं कर रहे हैं और कैबीनेट सब कमेटी तो निर्णय करने की जिम्मेदारी ही नहीं ले रही है, क्योंकि भाजपा के नेता कह रहे हैं कि मुद्दे उठाकर तो हमने सत्ता हासिल करने का उद्देश्य प्राप्त कर लिया, अब कोई नेता जिम्मेदारी से जवाब नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं को समझना होगा कि सत्ता तो हासिल कर ली, किन्तु प्रदेश की जनता एवं युवाओं के प्रति जो उनके दायित्व हैं उन्हें पूरा करना होगा, अन्यथा जनता पर्ची बदलने में देरी नहीं लगायेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा जिस प्रकार कार्य किया जा रहा है, यह युवाओं के प्रति पाप है। उन्होंने कहा कि यदि समय पर एसआई भर्ती पर निर्णय हो जाता तो अब तक तो पुन: परीक्षा करवाकर और भी युवाओं को भर्ती कर लाभान्वित किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि सरकार एसआईटी गठित करने के पश्चात् भी कोई निर्णय नहीं ले पा रही है तो यह सरकार की विफलता है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को नौजवानों व बेरोजगारों से कोई सरोकार नहीं है बल्कि भाजपा नेताओं के अहम् का टकराव सरकार को निर्णय लेने से रोक रहा है। उन्होंने कहा कि कैबीनेट मंत्री श्री किरोड़ीलाल मीणा कह रहे हैं कि भर्ती निरस्त नहीं हुई तो सरकार पर भारी पड़ेगा और सरकार में बैठा एक गुट भर्ती निरस्त नहीं कराने पर अड़ा है। उन्होंने कहा कि एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर जो भी निर्णय हो कैबीनेट मंत्री अथवा मुख्यमंत्री में से एक की पर्ची तो जनता के समक्ष खारिज होगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निर्णय लिया है कि एक माह में तीन से चार संगोष्ठियां विभिन्न प्रकोष्ठों द्वारा आयोजित की जाकर हमारे महान् नेताओं के कार्यों पर चर्चा की जायेगी।उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने 11 वर्ष में बड़ी संख्या में विदेशी देशों के दौरे किये और अपने आपको विश्व गुरू कहने लगे, लेकिन दु:ख का विषय है कि जब पाकिस्तान से संघर्ष की नौबत आई तो चीन और तुर्की पाकिस्तान के साथ खड़े थे, किन्तु हमारे साथ कोई राष्ट्र नहीं आया, किन्तु जब हम सवाल पूछते हैं कि दो देशों के मसले में अमेरिका ने क्यूं मध्यस्ता की, तो जवाब देने की बजाए भाजपा के लोग कहते हैं कि सेना पर क्यों सवाल उठा रहे हो। उन्होंने कहा कि वास्तविकता तो यह है कि भाजपा के मंत्री और उप मुख्यमंत्री सेना का अपमान कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ताओं ने सम्मान में रैली निकाली है। उन्होंने कहा कि दु:ख का विषय है कि आज संवैधानिक पदों पर बैठे हुये लोगों ने ही संविधान संकट उत्पन्न किया हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक श्री कंवरलाल मीणा को तीन की सजा न्यायालय ने दी है और उच्चत्तम न्यायालय ने सजा बरकरार रखी है लेकिन उनकी सदस्यता निरस्त करने का निर्णय विधानसभा अध्यक्ष द्वारा नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संवैधनिक पद पर बैठे हुये लोग इतने गैर जिम्मेदार होंगे इसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी, लेकिन भाजपा के लोग यही चरितार्थ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता भाजपा सरकार के शासन से त्रस्त लोगों के बीच जाकर उनके दु:ख-तकलीफों में भागीदार बने और आम जनता की परेशानियों को दूर करने के कार्य में लग जाये। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी है लेकिन प्रदेशवासियों को बिजली और पानी देने में यह सरकार नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि पानी की कमी से गर्मी में पशु मर रहे हैं लेकिन कोई जिम्मेदारी लेने के लिये सरकार में तैयार नहीं है, यह हालात प्रदेश के हो गये हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ता आमजन के बीच जाकर इस प्रकार कार्य करें कि आने वाले समय में भाजपा को प्रत्याशी बनाने के लिये भी लोग ना मिले। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के लिये संघर्ष का समय है और त्याग, तपस्या व बलिदान करना कांग्रेस और हमारे नेताओं श्रीमती सोनिया गॉंधी, श्री राहुल गॉंधी, श्रीमती प्रियंका गॉंधी से अधिक कोई नहीं जानता। उन्होंने कहा कि आगामी नगर निकायों एवं पंचायती राज चुनावों में मजबूती के साथ कार्य करने और कांग्रेस को जिताने का संकल्प सभी कार्यकर्ता लें, यही भारत रत्न स्व. श्री राजीव गॉंधी को सच्ची श्रृद्धांजलि होगी।इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष श्री टीकाराम जूली ने भारत रत्न स्व. श्री राजीव गॉंधी को श्रृद्धांजलि देते हुये कहा कि जो निर्णय प्रधानमंत्री रहते हुये श्री राजीव गॉंधी ने लिये थे, वे आज देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब श्री राजीव गॉंधी देश में कम्प्यूटर लेकर आये तो भाजपा ने विरोध किया, बेलगाड़ी पर कम्प्यूटर लेकर आन्दोलन चलाया कि इससे देश में बेरोजगारी बढ़ेगी, किन्तु आज कम्प्यूटर युग में हमारे देश के युवा दुनियाभर में अपने कौशल का लोहा मनवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बोफोर्स मुद्दे को उस वक्त के विपक्ष भाजपा ने उठाया, किन्तु जब भाजपा शासन में पाकिस्तान देश की सीमा पर घुस आया तो उसी बोफोर्स तोप की मदद से सेना ने पाकिस्तान को शिकस्त दी थी और सेना ने राजीव गॉंधी अमर रहे के नारे लगाये थे। उन्होंने कहा कि आज श्री नरेन्द्र मोदी डिजिटल इण्डिया की बात करते हैं किन्तु भारत में सूचना प्रौद्योगिकी की क्रांति पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गॉंधी लाये थे। उन्होंने कहा कि देश के विकास में कांग्रेस का महत्वपूर्ण योगदान है, जहॉं आजादी के समय सुई नहीं बनती थी, वहॉं कांग्रेस सरकारों के समय मंगलयान का प्रक्षेपण हो गया है। उन्होंने कहा कि एक ओर श्री राजीव गॉंधी ने संविधान को मजबूत कर लोकतांत्रिक अधिकार गॉंवों में रहने वाले लोगों को दिये और दूसरी ओर आज सत्ता में बैठे लोग संविधान को कमजोर करने में लगे हुये हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को 18 वर्ष की उम्र में वोट का अधिकार श्री राजीव गॉंधी ने दिया और संविधान में 73वॉं व 74वॉं संशोधन कर सत्ता का विकेन्द्रीकरण किया। उन्होंने कहा कि आज श्री राजीव गॉंधी के बलिदान दिवस के अवसर पर हमें यह संकल्प लेना होगा जिस प्रकार कांग्रेस ने देश को आजाद कराया, देश को मजबूत राष्ट्र बनाया, उसी प्रकार आज भाजपा को लोकतंत्र एवं देश को कमजोर करने नहीं देंगे, कमर कसकर संघर्ष करेंगे और भाजपा के शासन को समाप्त कर कांग्रेस की सरकार पुन: बनाने के लिये कार्य करेंगे।
विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि श्री राजीव गॉंधी के बलिदान दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी रखकर उनके जीवन व कार्यों पर चर्चा होना सच्ची श्रृद्धांजलि है और इसके लिये प्रदेश कांग्रेस कमेटी साधुवाद की पात्र है। उन्होंने कहा कि श्री राजीव गॉंधी का व्यक्तित्व बहुत अद्भुत था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास महान् नेताओं की विरासत है जिस पर हमें फक्र भी है और उन पर हमें लगातार संगोष्ठियों के माध्यम से चर्चा कर उन महान् नेताओं का संदेश जो मोतीलाल नेहरू, पं. जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, अबुल कलाम आजाद जैसे महान् नेताओं ने दिया उसे जनता तक और कार्यकर्ताओं तक पहुॅंचाना चाहिये। उन्होंने कहा कि आज राजस्थान सरकार द्वारा भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में सरकारी साधनों का दुरूपयोग किया जा रहा है। उन्होंने श्री राजीव गॉंधी जब कांग्रेस के महामंत्री थे उस वक्त के संस्मरण याद करते हुये कहा कि श्री राजीव गॉंधी बहुत संवेदनशील थे और आम आदमी को सुविधायें मिलें और उसके लिये लाभकारी योजनायें बनें ऐसी सोच रखते थे। उन्होंने कहा कि वे श्री राजीव गॉंधी के साथ संगठन के कामों के लिये दौरों पर जाते थे, तब श्री राजीव गॉंधी आम आदमी के दु:ख-तकलीफों को महसूस कर उन्हें दूर करने की चर्चायें करते थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अकाल पड़ा तो श्री राजीव गॉंधी ने प्रधानमंत्री के रूप में तीन दिन प्रदेश के 8 से 9 जिलों का दौरा किया, जिसमें वे स्वयं गाड़ी चलाते थे और उनके साथ श्रीमती सोनिया गॉंधी रहती थीं। पीछे गाड़ी में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. श्री हरिदेव जोशी और वे बैठते थे। उन्होंने कहा कि इस दौरे में श्री राजीव गॉंधी जगह-जगह रूककर आम आदमी के बीच जाकर सरकार द्वारा चलाये जा रहे कार्यों के संबंध में पूछकर समीक्षा करते थे और तत्काल आमजन की परेशानी दूर करने हेतु निर्णय लेते थे। उन्होंने कहा कि जो काम श्री राजीव गॉंधी के प्रधानमंत्री रहते हुये देश में हुये उन पर यदि रिसर्च की जाये तो पता चलेगा, विश्व में इस प्रकार के आमजन को लाभान्वित करने वाले सोशल सिक्योरिटी के कार्य कहीं नहीं हुये। उन्होंने कहा कि युवाओं को राजनीति की मुख्य धारा में लाने के लिये उन्हें 18 वर्ष की उम्र में मताधिकार का अधिकार प्रदान किया, जबकि इसका विरोध पार्टी में भी कुछ लोगों ने किया था। उन्होंने कहा कि आज जो सत्ता में बैठे लोग हैं, वे हमारे महान् नेताओं के विरूद्ध दुष्प्रचार कर नई पीढ़ी को गुमराह कर रहे हैं, किन्तु उन्हें यह समझ नहीं आता कि यदि नई पीढ़ी को इतिहास से अवगत नहीं करवायेंगे तो इनका इतिहास कभी बन नहीं पायेगा। उन्होंने कहा कि आज भाजपा का कोई नेता यह याद नहीं करता कि स्व. श्रीमती इंदिरा गॉंधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिये थे। उन्होंने कहा कि आज जो सत्ता में बैठे लोग हैं उन्होंने कभी उंगली नहीं कटाई, लेकिन वे हमारे कांग्रेस के महान् नेता जिन्होंने देश की एकता और अखण्डता के लिये अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया उनके विरूद्ध तथ्यहीन बातों से दुष्प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद जो नेता हुये हैं उनमें श्री राहुल गॉंधी एकमात्र नेता हैं जिन्होंने अपने आपको देश के दलितों, पिछड़ों, कमजोर तबके के लोगों के विकास के लिये तथा देश की मजबूती के लिये अपने आपको समर्पित कर दिया है। उन्होंने कहा कि आज संघर्ष का समय है और जो इस वक्त पार्टी में मजबूती के साथ खड़ा रहेगा वही भविष्य का नेता होगा।विचार गोष्ठी को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. बी. डी. कल्ला तथा विचार विभाग के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रोफेसर नरेश दाधीच ने भी सम्बोधित किया।

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