कांग्रेस की राजनीति सस्ती बयानबाज़ी और खोखले नारों तक सिमट गई है: मदन राठौड़ कांग्रेसी नेता जिम्मेदारी से नहीं, सस्ती लोकप्रियता और अफवाहों के सहारे चला रहे है अपनी राजनीति :— मदन राठौड़
गहलोत और डोटासरा ने पेपर लीक, भर्ती घोटाले और प्रशासनिक लापरवाही से प्रदेश को पहुंचाया था गर्त:— मदन राठौड़ आज भाजपा सरकार त्वरित कार्रवाई, उच्चस्तरीय जांच और पीड़ितों को न्याय देने के लिए प्रतिबद्ध:— मदन राठौड़
कांग्रेस में जिलाध्यक्ष चयन से अभिनव प्रयोग नहीं बल्कि उजागर हो रही है पार्टी की अंदरुनी खींचतान:— मदन राठौड़
जयपुर, 08 अक्टूबर 2025। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस के नेता गोविंद सिंह डोटासरा और अशोक गहलोत द्वारा दिए गए अनर्गल बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस आज जिम्मेदारी से नहीं, सस्ती राजनीति और अफवाहों के सहारे चल रही है। कभी झूठे आरोपों से जनता को गुमराह करने की कोशिश होती है, तो कभी “भारत जोड़ो” जैसे भ्रमित अभियानों से खोए हुए जनाधार को पाने की नाकाम कोशिश करती है। राठौड़ ने कहा कि गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा जयपुर—अजमेर हाईवे हादसे और एसएमएस अस्पताल की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर दिया गया बयान पूरी तरह राजनीतिक स्वार्थ और झूठे दावों से प्रेरित है। कांग्रेस खुद उस शासन का हिस्सा रही है जिसने पेपर लीक, भर्ती घोटाले और प्रशासनिक लापरवाही से प्रदेश को गर्त में पहुंचाया था। कांग्रेस जब सत्ता में थी, तब न मुआवज़ा दिया, न दोषियों पर कोई कार्रवाई की। आज भाजपा सरकार त्वरित कार्रवाई कर रही है, उच्चस्तरीय जांच करवा रही है और पीड़ितों को न्याय देने के लिए प्रतिबद्ध है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस का यह कहना कि सबूत मिटा दो, खानापूर्ति कर दो, आरोप नहीं, प्रोपेगेंडा है। अगर डोटासरा के पास कोई ठोस सबूत हैं, तो वे सार्वजनिक करें। राजनीति की जगह समाधान सुझाएं,अगर वास्तव में संवेदनशील हैं तो ? राठौड़ ने बिहार चुनाव और राहुल गांधी की यात्रा को लेकर अशोक गहलोत के बयानों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं की यह आत्ममुग्धता और भ्रम से भरी बयानबाज़ी अब अप्रासंगिक हो चुकी है। अगर राहुल गांधी की यात्राओं का इतना असर होता, तो कांग्रेस एक के बाद एक राज्य क्यों हारती जा रही है? बिहार में भाजपा और एनडीए की पकड़ मजबूत है और कांग्रेस को वहां भी जनता पूरी तरह नकार चुकी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर बेबुनियादी आरोप लगाना सिर्फ नकारात्मकता फैलाने के हथकंडे हैं, जिनका लोकतंत्र से कोई लेना-देना नहीं। गहलोत जिलाध्यक्ष चयन को अभिनव प्रयोग बता रहे है, जबकि इनकी पार्टी में जमकर अंदरुनी खींचतान चल रही है। कांग्रेस में लोकतंत्र नहीं, गुटबाजी का संतुलन साधने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस की यह कवायद अवसरवादी नियुक्तियों और गांधी परिवार को खुश करने तक सीमित है। न पारदर्शिता है, न कोई जवाबदेही तय है।
गहलोत का यह दावा कि “देश को जोड़ने की ताकत केवल कांग्रेस में है”, पूरी तरह तथ्यों से परे और विडंबनापूर्ण है। सच्चाई यह है कि कांग्रेस ने दशकों तक जातिवाद, तुष्टिकरण और क्षेत्रवाद के ज़रिए देश को बांटने का काम किया। भाजपा की “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की नीति ने जम्मू-कश्मीर से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक एकता और विकास का नया रास्ता खोला है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि भाजपा की भजनलाल सरकार प्रदेश में हर हादसे की जांच और जवाबदेही सुनिश्चित कर रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे किसी भी स्तर पर हों। कांग्रेस की अफवाहबाज़ी और भ्रम फैलाने की राजनीति का हर स्तर पर जवाब दिया जाएगा। जनता के साथ और जनता के लिए समर्पित रहकर, विकास और सुशासन की राह पर सरकार आगे बढ़ती रहेगी। जबकि कांग्रेस अब केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस और नारों की पार्टी बनकर रह गई है। जनता जानती है कि जमीन पर कौन काम कर रहा है और कौन सिर्फ कुर्सी की चिंता में झूठ बोल रहा है। भाजपा की राजनीति सेवा, समर्पण और समाधान की राजनीति है, और यही फर्क जनता को हर चुनाव में साफ दिखाई देता है। राठौड़ ने कहा कि प्रहलाद गुंजल ने भाजपा को अपनी मां कहा था, लेकिन आज वो जब से कांग्रेस में गए हैं, तो वही मां के लिए ‘ठोकर मारकर आया’ जैसे शब्द बोल रहे हैं। ये कांग्रेस की राजनीति का असर है। कांग्रेस में जाते ही अगर ये भाषा बदल गई है, तो ये चिंताजनक है। हमने वर्षों साथ काम किया है। मतभेद कभी मन में नहीं पाले। मैंने स्वयं कभी किसी के लिए अमर्यादित भाषा का उपयोग नहीं किया। न विरोधियों के लिए, न अपनों के लिए। राजनीति में गरिमा और शुचिता सबसे बड़ी पूंजी है।