जयपुर 250 वार्डो में धरना प्रदर्शन।एव हनुमान चालीसा का करेंगे पाठ। भाजपा

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जयपुर सीरीयल बम ब्लास्ट की पंद्रहवी बरसी पर सभी 250 वार्डो में धरना प्रदर्शन के साथ करेंगे हनुमान चालीसा का पाठ – अरूण चतुर्वेदी जयपुर शहर में 13 मई 2008 को विभिन्न स्थानों पर हुए सीरीयल बम ब्लास्ट की पंद्रहवीं बरसी पर होने वाले धरना प्रदर्शन और हनुमान चालीसा पाठ के संबंध में भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी और जयपुर संासद रामचरण बोहरा सहित शहर जिला अध्यक्ष राघव शर्मा ने प्रदेश मुख्यालय पर प्रेस कॅांफ्रेस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होने कहा कि जयपुर के सभी 250 वार्डों में इस दिन धरना-प्रदर्शन के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। इसके बाद जयपुर ब्लास्ट इंसाफ मांगे राजस्थान नाम से पोस्टर जारी करते हुए अभियान से जुडने के लिए मिस्ड कॅाल के लिए टोल फ्री नंबर जारी करते हुए शनिवार को प्रदेशभर में टिवटर पर हैश टैग चलाने के लिए कहा। प्रेस कांफ्रेस के दौरान उन्होने प्रदेश की गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जयपुर बम धमाकों के दौरान देश में पांच बडे बम धमाके हुए थे,जिसमें से समझौता एक्सप्रेस ,मालेगांव बम ब्लास्ट,हैदराबाद मक्का मस्जिद ब्लास्ट,अजमेर दरगाह बम ब्लास्ट मामले और जयपुर बम ब्लास्ट, इनमें से जयपुर बम ब्लास्ट के अलावा चारों मामलों में जांच एनआईए को सौंपी गई। वही जयपुर ब्लास्ट मामले में इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों को बचाने के लिए गहलोत सरकार ने एसआईटी का गठन कर उसे जांच सौंप दी,जिससे बम कांड से जुडे तथ्य सही से नहीं जुटाए गए जिसके चलते सभी आरोपी उच्च न्यायालय से बरी हो गए। कांग्रेस की तुष्टिीकरण की मंशा साफ स्पष्ट होती है।
चतुर्वेदी ने जयपुर ब्लास्ट की पैरवी के संबध में कहा कि इस मामले को लेकर न्यायालय में 48 पेशियां लगी, लेकिन सरकार की ओर से किसी भी तारीख पर मजबूत पैरवी के लिए वकील नहीं भेजे गए। वहीं जब बात अफजल गुरू को बचाने की आती है तो कांग्रेस रात 12 बजे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाती है। कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी आतंकियों के मामले में आगे आकर पैरवी करते हैं,जबकि अन्य मामलों में चुप्पी साध लेते हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर भगवा आतंकवाद जैसे नारे देने का आरोप भी लगाया। प्रेस कांफ्रेस में अरूण चतुर्वेदी ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सभी दोषियों को बरी हुए एक माह से ज्यादा समय हो गया,लेकिन सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर नहीं की गई,जबकि भाजपा ने दो पीडित परिवारों के साथ जाकर एसएलपी दायर करने में सहयोग किया।

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