‘सरदार @ 150 यूनिटी अभियान’ का उद्देश्य सरदार पटेल के राष्ट्रीय एकीकरण और अखंडता के योगदान को जन-जन तक पहुंचाना:— मदन राठौड़
एसआईआर मतदाता सूची का गहनता से परीक्षण, हम इसका समर्थन करते है, बाहरी व्यक्तियों का नाम मतदाता सूची से हटना चाहिए:— मदन राठौड़
पंचायत—निकाय चुनावों में देरी कांग्रेस की अनियमितताओं और तुष्टिकरण का परिणाम, उनके बिगड़े ढांचे को सुधारने में लगा समय:— मदन राठौड़ भाजपा ने कांग्रेस से सबकुछ छीना, अब ना तो कांग्रेस के पास कोई विचारधारा और ना ही कोई नेतृत्व:— मदन राठौड़
जयपुर, 29 अक्टूबर 2025। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बुधवार को प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती देश के लिए गर्व और प्रेरणा का अवसर है। इस अवसर पर भाजपा द्वारा “सरदार @150 यूनिटी अभियान” के माध्यम से एक व्यापक जन-जागरण अभियान शुरू किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य सरदार पटेल के राष्ट्रीय एकीकरण और अखंडता के योगदान को जन-जन तक पहुंचाना है। राठौड़ ने बताया कि इस अभियान का शुभारंभ 31 अक्टूबर को जयपुर से “रन फॉर यूनिटी” कार्यक्रम के साथ किया जाएगा, इसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित प्रदेश के अनेक जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और नागरिक भाग लेंगे। इसके पश्चात प्रत्येक जिला और विधानसभा क्षेत्र में रन फॉर यूनिटी आयोजित की जाएगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि यह कार्यक्रम किसी राजनीतिक दल का नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति समर्पण का प्रतीक है। इस अभियान के अंतर्गत नशा मुक्ति का संकल्प भी लिया जाएगा तथा आत्मनिर्भर भारत के तहत स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश के लिए कुछ कार्य ऐसे हैं, जिनमें राजनीति नहीं, राष्ट्रभक्ति होनी चाहिए। सरदार पटेल ने देश को एक किया, आधे कश्मीर को बचाया और भारत की एकता की नींव रखी। अब हम सबका दायित्व है कि उनके आदर्शों पर चलते हुए एक सशक्त, आत्मनिर्भर और अखंड भारत का निर्माण करें।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि एसआईआर होना ही चाहिए, हम इसका स्वागत करते है, यह मतदाता सूची का गहनता से परीक्षण है। भारत किसी धर्मशाला की तरह नहीं है कि कोई भी आए, रहे और वोटर बनकर पैसे के लिए अपना मताधिकार बेच दे। एसआईआर का मतलब है जिसे इस राष्ट्र की चिंता हो, राष्ट्र के प्रति जिसमें पूर्ण रूप से निष्ठा हो, वो जो पूर्ण रूप से इस राष्ट्र को समर्पित हो, वो ही मतदाता बने। बाहरी व्यक्ति का नाम मतदाता सूची से हटाया जाए। कोई भी बांग्लादेशी, रोहिंग्या आकर मतदाता बन जाए और वोट बेच दें, यह हो नहीं सकता। ऐसे लोगों का नाम मतदाता सूची से कटना ही चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने निकाय —पंचायत चुनावों के देरी के सवाल पर कहा कि कांग्रेसी लोग अनभिज्ञता के कारण ऐसे सवाल उठा रहे है। मतदाता सूची लोकसभा—विधानसभा की अलग और निकाय एवं पंचायत चुनावों की अलग होती है। इनकी भाग संख्या अलग होती है, इनके मतदाता सूची अलग होती है, यह समझने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि देरी कांग्रेस के अव्यवस्थित रूप से वार्डों का गठन करने के कारण हुई। कांग्रेस ने अपने चहेतों के हितों को साधने के लिए कहीं एक विधानसभा का जिला बना दिया तो कहीं 13 विधानसभा का एक जिला, कहीं 700 मतदाताओं का वार्ड बना दिया तो कहीं 7 हजार मतदाताओं का वार्ड बना दिया। यह कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति थी, जो वो अपने चहेतों को खुश करने के लिए अपना रहे थे, लेकिन भाजपा की भजनलाल सरकार ने इसमें सुधार करते हुए, उनके बिगड़े हुए ढांचे को सुधारते हुए समान जनसंख्या के आधार पर पुनर्गठन करने का काम किया है। इस नई व्यवस्था के चलते उनको दर्द हो रहा है। उनको लग रहा है कि अब हम तो आएंगे ही नहीं। वैसे मैं यहां स्पष्ट कर दूं कि वो कहीं आने वाले ही नहीं है। पिछले निकाय—पंचायत और विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस कहां है, वे स्वयं तय कर लें। कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ मुंगेरी लाल के सपने देख रही है। निकाय वार्डों में कांग्रेस सरकार द्वारा की गई अनियमितताओं और तुष्टिकरण की राजनीति ने ही देरी और अव्यवस्था पैदा की। भाजपा सरकार ने अब उस व्यवस्था को सुधारने का कार्य किया है ताकि लोकतंत्र की बुनियाद मजबूत हो।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के पास अब न तो कोई विचारधारा बची है और न ही कोई नेतृत्व। भाजपा ने कांग्रेस से सबकुछ छीन लिया है। महात्मा गांधी, सरदार पटेल और डॉ. अंबेडकर जैसी विभूतियों के विचार आज भाजपा आगे बढ़ा रही है। कांग्रेस के पास आज केवल एक नाम है राहुल गांधी, जबकि मूल गांधी और उनके विचार आज भाजपा के पास हैं। राठौड़ ने कहा कि जो लोग भारत माता की जय या राष्ट्रगान गाने वालों को भाजपा से जोड़ते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि यह भावनाएँ किसी दल की नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र की हैं। राठौड़ ने कांग्रेस के संगठनात्मक हालात पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वहां आंतरिक लोकतंत्र समाप्त हो चुका है।
डोटासरा स्वयं स्वीकार कर चुके हैं कि ऊपर से जिलाध्यक्ष तय किए जा रहे है, या थोपे जा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के नेताओं द्वारा युवा नेतृत्व की बातें करना केवल दिखावा है। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस बिहार में गठबंधन के नाम पर बेमेल जोड़-तोड़ कर रही है, जबकि राजस्थान में अपने ही कार्यकर्ताओं को किनारे कर चुकी है। भाजपा के पास संगठन, विचार और जनता का विश्वास तीनों हैं, और यही हमारी ताकत है।