गहलोत जयपुर में बैठकर खुद की पीठ थपथपा रहे थे उसी समय धौलपुर में थानेदार का अपहरण कर मारपीट होती हैः- कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड दुष्कर्म के आंकडो को लेकर प्रदेश की जनता को गुमराह करना बंद करें मुख्यमंत्री गहलोत:- कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड गहलोत सरकार की घोषणाएं बदनाम होने लगी तो गारंटी देने लगे, चुनाव सामने देखकर घबराई सरकारः- कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड जयपुर, 26 अगस्त 2023। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर अपराध और दुष्कर्म के झूंठे आंकडे प्रस्तुत कर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए भाजपा प्रदेश कार्यालय पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एंव सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान कर्नल राज्यवर्धन राठौड ने कहा कि मुख्यमंत्री कभी बजट भाषण गलत पढ जाते हैं, कभी प्रदेश की दुष्कर्म घटनाओं के आंकडो के नाम पर किसी अन्य राज्य के आंकडे प्रस्तुत करते हैं। प्रदेश में 06 वर्ष से कम उम्र की 18 बच्चियों के साथ दुष्कर्म, 06 से 12 वर्ष की 64 बालिकाओं के साथ दुष्कर्म, 12 वर्ष से 16 साल तक की 442 बालिकाओं के साथ दुष्कर्म और अन्य पांच हजार के करीब महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं शामिल हैं।
राष्ट्रीय प्रवक्ता एंव सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड ने कहा कि राज्य सरकार के डेटा के आधार पर एनसीआरबी ने जो आंकडे जारी किए हैं उनमें स्पष्ट है कि राजस्थान में दुष्कर्म के मामले 6 हजार से ज्यादा, यूपी में महज 2800 और मध्यप्रदेश में 2900 के करीब दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए हैं। प्रदेश के मुखिया के नाते सीएम गहलोत को इस तरह के गैर जिम्मेदाराना व्यक्तव्य शोभा नहीं देते। इसके अलावा हैरानी की बात तो यह है कि जब कल सीएम गहलोत प्रेसवार्ता मंे खुद की पीठ थपथपा रहे थे उस दौरान धौलपुर में एक थानेदार का अपहरण कर मारपीट की गई, दौसा में पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या की गई, अजमेर में महिला के साथ दुष्कर्म, बांसवाडा में हत्या, भिवाडी में फायरिंग और जयपुर में गैंगरेप की घटनाओं सहित विभिन्न घटनाएं घटित होती हैं। प्रदेश की जनता इन सब घटनाओं को कैसे भूल पाएगी। राष्ट्रीय प्रवक्ता एंव सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड ने करौली भीलवाडा, उदयपुर, बीकानेर सहित एैसा कोई जिला नहीं है जहां दुष्कर्म हत्या और फायरिंग की घटनाएं ना हो रही हों। मुख्यमंत्री गहलोत की घोषणाएं जब बदनाम होने लगी तो वे गारंटी देने लगते हैं। प्रदेश में 200 मुख्यमंत्री बनाकर सीएम गहलोत ने खुद को अपनी जिम्मेदारियों से दूर कर लिया है। जयपुर से बाहर निकलकर सीएम गहलोत को राजस्थान में अपराध, दुष्कर्म महिला उत्पीडन, और अपराध के मामलों पर ध्यान देना चाहिए।अब जब सीएम के इम्तिहान का समय आया है, तब वे गुमराम होकर अटपटे बयान दे रहे हैं। क्योंकि उन्हे पता है कि प्रदेश की जनता अलगाववादी और अपराध का समर्थन करने वाली सरकार को जड से उखाड फेंकने का मन बना चुकी है।
चुनाव सामने देखकर घबरा सरकार। राज्यवर्धन सिंह राठोर
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