प्राचीन सिद्धपीठ श्री झूलेलाल वरुण देव की तपोभूमि पावन नंगली धाम पर बोर्ड की परीक्षा मे मेरिट प्राप्त विद्यार्थियों को को सम्मानित किया व भंडारे व भजन -कीर्तन का आयोजन किया गया वार्ड न. 20 गाँव साँप की नंगली, सोहना, गुरुग्राम, हरियाणा मे दिनांक 8दिन शनिवार को भगवान श्री झूलेलाल वरुणदेव की ज्येष्ठ माह की दौज के उपलक्ष्य मे प्राचीन सिद्धपीठ श्री झूलेलाल वरुण देव की तपोभूमि पावन नंगली धाम पर उन विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने दसवीं व बारहवीं की वर्ष 2024 की बोर्ड की परीक्षा मे मेरिट प्राप्त की थी जिसमे 11 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया पीठाधीशवर लोकेश भगत जी ने सभी विद्यार्थियों को दरबार की तरफ से पटका पहनाकर व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गाँव के बड़े-बुजुर्गो द्वारा भी बच्चो को आशीर्वाद देकर सम्मानित किया गया प्राचीन सिद्धपीठ के महंत लोकेश भगत जी ने बताया कि ये पहल इस वर्ष दरबार की तरफ से शुरू की गयी है जो आने वाले वर्षो मे निरंतर चलती रहेगी ये पहल बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिए की गयी है जिससे शिक्षा के क्षेत्र मे बच्चे और तरक्की करें व अपने माता-पिता व गाँव का नाम रोशन करें इसके साथ ही प्राचीन सिद्धपीठ श्री झूलेलाल वरुण देव की तपोभूमि पर भगवान झूलेलाल की दौज के उपलक्ष्य मे भंडारे व भजन कीर्तन का भी आयोजन किया गया महंत लोकेश भगत जी का कहना है कि हर माह की शुक्ल पक्ष की दौज को इस धाम पर भंडारे व भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है जिस भी भक्तजन की मनोकामना पूर्ण होती है वही बाबा के दरबार मे भंडारे का आयोजन करता है महंत जी का कहना है कि यह स्थान काफ़ी प्राचीन व चमत्कारिक है यहां जो भी भक्तजन बाबा के दरबार मे जो मनोकामना लेकर आता है भगवान झूलेलाल वरुणदेव उनकी मनोकामना अवश्य पूर्ण करते है पीठाधीशवर लोकेश भगत जी का कहना है कि भारत मे भगवान वरुण देव का यही एकमात्र स्थान है जो काफ़ी प्राचीन व स्वयं भगवान द्वारा चुना गया है जहाँ पर भगवान झूलेलाल वरुणदेव साक्षात् विराजमान है और दरबार मे आने वाले सभी भक्तो की मनोकामना पूर्ण करते है
भगवान श्री झूलेलाल मंदिर में विद्यार्थियों का सम्मान
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