ॐ श्री सतनाम साक्षी 4 अक्टूबर 2024 (शुक्रवार)
असुचंड पर विशेष एकता महापर्व के रूप में मनाया जाता है- भगवान श्री झूलेलाल साई जी का असूचण्ड महापर्व सिन्धी समुदाय के इष्टदेव आराध्य भगवान श्री झूलेलाल सांई का मासिक अवतरण दिवस चंद्र दिवस (चण्डु) हर माह श्रद्धा- भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है ! वर्ष में दो विशेष पर्व, चेटीचंड एवं असूचंड भगवान श्री झूलेलाल मंदिर में भक्ति भाव हर्षौल्लास के साथ मनाया जाते हैं!
विक्रम संवत 1020 की अनंत चतुर्दशी को भगवान श्री झूलेलालजी के अंतर्ध्यान होने के उपरांत उस स्थान पर एक ओर अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित की गई तथा दूसरी ओर तुरबत बनाया गया ! इस स्थान को उडेरो लाल स्थान कहते हैं। अनंत चतुर्दशी के बाद अश्विन मास में पड़ने वाले चण्ड को असूचण्ड” के नाम से जाना जाता है ! इस दिन हिन्दू – मुसलमानों ने सद्भावना पूर्वक मिलकर “एकता मेला” लगाया ! इसे “एकता दिवस पर्व” (असूचंड) भी कहा जाता है !इस दिन को उडेरो लाल स्थान पर हिन्दू व मुसलमानों ने पर्व के रूप में बड़े ही हर्षोल्लास भक्ति-भाव के साथ मनाया ! सभी लोगों ने पूजा-अर्चना की ! आयो लाल झूले लाल का उद्घोष करके सिन्धी परम्परा के अन्तर्गत डांडिया, छेज करके मनाया ! मीठे चावल, छोले प्रसाद का भोग लगाया ! बहराणा साहब बनाकर, ज्योति प्रज्ज्वलित कर महाआरती की गई ! इसी प्रकार हर वर्ष सभी भगवान श्री झूलेलाल मंदिरों पर अश्विन मास के चंद्र दर्शन असू चण्ड महापर्व (एकता दिवस पर्व) बड़े भक्ति-भाव के साथ मनाया जाता है ! सभी को असूचंड एकता पर्व की लख लख बधाईयां, शुभकामनाएं प्रेम प्रकाशी संत श्री मोहन लाल जी महाराज संत मोनूराम जीश्री अमरापुर स्थान, जयपुर
असू चंड एकता महापर्व के रूप में मनाया जाता है।
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