श्रद्धांजलि सभा में श्रद्धा सुमन अर्पित

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जयपुर। ब्रह्मलीन जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के देवलोक गमन परबुधवार को छोटीकाशी के संतों-महंतों-विद्वानों और आम लोगों ने गलता गेट स्थित गीता गायत्री मंदिर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपनी संवेदनाएं प्रकट की। मुख्य वक्ता भारत अमृत महोत्सव के संयोजक तथा वरिष्ठ पत्रकार गोपाल शर्मा ने
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य जी के व्यक्तिव को देखकर सभी को लगता था कि कोई महान व्यक्तिव हमारे बीच में हैं। सनातन धर्म पर वे अपनी स्पष्ट राय रखते थे। भले ही उनकी बात से कोई पार्टी या व्यक्ति नाराज क्यों न हो जाए। करपात्री महाराज का उन पर सदैव आशीर्वाद रहा। साईं बाबा के कथित चमत्कारों और उनकी पूजा के विरोध में देश में पहली बार इन्होंने ही आवाज उठाई। धर्म प्रचारक विजय शंकर पांडेय ने बताया श्रद्धांजलि से पूर्व में डॉ. प्रशांत शर्मा के आचार्यत्व में गीता पाठ किया गया। इस मौके पर घाट के बालाजी मंदिर के स्वामी सुदर्शनाचार्य, सूरजपोल स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर के महंत, त्रिविक्रमाचार्य, बासबदनपुरा स्थित मुरली मनोहर मंदिर के महंत राघवेन्द्राचार्य, गढ़ गणेश मन्दिर से गौरव मेहता,महामंडलेश्वर पुरूषोत्तम भारती, काले हनुमान मंदिर के युवाचार्य योगेश शर्मा, शुक संप्रदाय आचार्य पीठ के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया, गीता गायत्री मंदिर के पं. राजकुमार चतुर्वेदी, महंत कैलाश गौड़ ने शंकराचार्य जी के जीवन पर काव्य पाठ किया, परकोटा गणेश मंदिर के युवाचार्य पं. अमित शर्मा, पुजारी महासंघ के कमलेश शर्मा, कैलाश नारायण शर्मा, हिंदू एकता मंच के बसंत गहलोत सहित ब्राह्मण समाज के कर्मकांडी विद्वानों सहित बड़ी संख्या में आमजन ने जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित की।

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