भगवान झूलेलाल सेवा समिति गुरुवार, 4 सितम्बर 11 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे सिंधी समाज के अबुज सावे बन बदडी पर हुआ सामूहिक विवाह
मीडिया प्रभारी पीयूष बच्चानी ने बताया सिंधी समाज के अबुज सावे बन बदडी(वामन जयंती) पर गुरुवार को भगवान झूलेलाल सेवा समिति के तत्वाधान में ग्यारह जोड़ो का सामूहिक विवाह सूर्यगढ़, लायंस पैराडाइस में संपन्न हुआ इस अवसर पर नवविवाहितों ने गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया।
अग्रवाल फार्म के शीश महल झूलेलाल मंदिर से जयपुर की प्रसिद्ध सुन्दर बेंड की मधुर स्वरलाहरियों के साथ दूल्हो की बारात निकाली गई। इससे पूर्व दादा सुन्दर ठकुर के मार्गदर्शन में पल्लव प्रार्थना के साथ प्रथम पूज्य गणेश जी महाराज एवं भगवान झूलेलाल की आराधना के साथ सामूहिक विवाह सम्मेलन का श्रीगणेश हुआ। सभी ने नवयुगलो के सुखी जीवन की प्रार्थना की।
होजमालों की धून् पर जमकर नाचे बाराती महासचिव लालचंद खानवानी व वरिष्ठ समाजसेवी नारायण दास नाज़वानी ने झूलेलाल मंदिर से बारात को रवाना किया,सभी 11 दूल्हे घोड़ियों पर सवार होकर बारातियों के साथ दुल्हन ब्याहने निकले, मुख्य संयोजिका शोभा बसंतानी के साथ समस्त मातृशक्ति, आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं व बारातियों द्वारा होजमालों व सिंधी संगीत की मधुर लहरियों पर जमकर नाचे। बरात का स्वागत विवाह स्थल लायंस पैराडाइस पर किया गया।
समन्वयक डॉ ईश्वरदास तारानी व संयोजक द्वय प्रमोद नावानी व नन्दलाल वासुजा ने बताया की पंडित धीरज शर्मा व अन्य 10 विद्वान पंडितों द्वारा सनातन पद्धति व सिंधी रीति रिवाज़ से फेरे करवाए।
मंच पर संत मंडली व मातृशक्ति विराजमान थी अध्यक्ष गिरधारी सम्भनानी ने बताया की अमरापुरा दरबार के संत मोनू साई, मुकेश साध व अन्य संतो ने नवयुगलों को पखर पहनाकर आशीर्वाद दिया।
प्रवक्ता मूलचंद बसंतानी ने बताया की मंच पर केवल समाज की मातृशक्ति विराजमान थी। मुख्य अतिथि आई.ए.एस. पुष्पा सत्यानी थी। अध्यक्षता शोभा बसंतानी ने की, अति विशिष्ट अतिथि द्रोपदी नाज़वानी, रेनू गुरनानी, रेखा मनकानी, रेखा तारानी, हरदेवी आसनानी,नीलम नावानी, नंदिनी संगतानी, वीना दादलानी, गीता माखीजा, माला गुरनानी, नीलम वासवानी, पुष्पा खानचंदानी, रुक्मणि सम्भनानी, हरी खानवानी, मोनिका ठाकुर, सुनीता धीरवानी एवं कोमल कमलानी थी। समाज के भामाशाहो के सहयोग से मिले 108 उपहार मीडिया प्रभारी पियूष बच्चानी ने बताया की समाज के भामाशाहों के सहयोग से इस बार 108 उपहार प्राप्त हुवे हैं।
साथ ही गुलाब धीरवानी, किशनचंद कुंदनानी, भगवान बच्चानी, कमल जयरामाणी, अशोक छाबड़ा, इंदर ज्ञानानी, मनोहर अलवानी, धनराज चंदानी, भगवान दास बब्बल, ललित जैसवानी, डा. ईश्वर दास तारानी, अर्जुन ढोलानी, किशन चंद विशनानी, गिरधारी मनकानी, जेठानंद नंदवानी, गोरधन आसनानी, नन्दलाल वासुजा, सुरेंद्र भम्भानी, राजेंद्र टेकवानी, अर्जुन चंदानी, दीपक बादलानी, नन्दलाल संभनानी, कन्हैया लाल मूलराजांनी, सीमा गोलानी, रजनी ग्वालानी, रुक्मणी सम्भनानी, सोनिया गिदवानी, ज्योति कवलानी, प्रिया ज्ञानानी इत्यादि का भी विशिष्ठ सहयोग रहा।
11 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे सिंधी समाज के अबुज सावे बन बदडी पर हुआ सामूहिक विवाह
(Visited 106 times, 6 visits today)