साढ़े चार साल से कुर्सी के मोलभाव का खेल चल रहा था। राज्यवर्धन सिंह राठौर

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अब समय खत्म और कुर्सी के लिए आर-पार की लड़ाई शुरू हो चुकी हैः राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पायलट का अनशन सत्ता प्राप्ती का विलाप और निजी स्र्वाथों के लिए किया जा रहा, कुर्सी की आस में गंवाए साढ़े 4 सालः राज्यवर्धन सिंह राठौड़ कांग्रस जनता की सहानूभूति चाहती है, लेकिन जनता सहानूभूति कांग्रेस की नहीं बल्कि दुष्कर्म पीडित महिलाओं के, बेरोजगारों के और किसानों के साथः राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जयपुर, 11 अपै्रल, 2023। भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर मीडिया को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता व जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि रोज अखबारों में पढता हूँ तो सबसे पहले पन्ने पर अशोक गहलोत एक राहत कैंप की घोषणा करते नजर आते है, लेकिन अगले ही पन्ने पर उन्ही ही की ही पार्टी का एक बड़ा नेता अनशन करके राहत मांगता हुआ नजर आता है। तो मुझे लगता है जो पार्टी अपने ही नेताओ को राहत नहीं दे पा रही है, वह जनता को राहत देने के बारे में कैसे सोचेगी? 4 सालों से कांग्रेस में अंतरकलह चल रहा था और राजस्थान में जो सत्ता को कब्जे में लेने के लिए भागदोड़ खेल चल रहा था और अब जब साढ़े 4 साल हो चुके हैं तो भाव खोल का समय खत्म हो चुका है तो ऐसे में सचिन पायलट और अशोक गहलोत में कुर्सी के लिए आर-पार की लड़ाई शुरू हो चुकी है, लेकिन यह आर पार की लड़ाई किस वजह से है, दरअसल यह आर पार की लड़ाई राजस्थान की जनता के लिए नहीं बल्कि राजस्थान की सत्ता पर कब्जा कौन जमाएगा इसके लिए है। इनका इतिहास रहा है आपसी लड़ाई का। दूसरों को आपस में लड़वाकर, एक को दूसरे के पीछे लगाकर ही गांधी परिवार ने दशकों तक सत्ता पर कब्जा बनाए रखा । ये जो सज्जन हैं प्रदेश अध्यक्ष रहे तो सब अच्छा था, कुर्सी की आस थी तब सब अच्छा था , कुर्सी की लड़ाई में बाजी कोई और मार गया तो अब गड़बड़ी दिख रही है खुद पर दाग लगे हैं, इनकी सरकार तो भ्रष्टाचार और अराजकता के दाग से पूरी की पूरी काली हो गई है खुद सरकार का हिस्सा रहे, मुख्यमंत्री के बाद वाली सबसे बड़ी कुर्सी पर रहे, लेकिन तब इन्हें शायद अपनी सरकार के भ्रष्टाचार का खेल अच्छा लगता था कांग्रेस का काला इतिहास रहा है अपने भ्रष्टाचार और विफलताओं को छिपाने के लिए ध्यान भटकाने का, मैनिपुलेटेड आरोप लगाना हास्यास्पद है, वे लोग भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं, जो गांधी परिवार को खुश करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। वो गांधी परिवार जिस पर सिर से पाँव तक भ्रष्टाचार के दाग हैं। ये वही कांग्रेस है जो भ्रष्टाचार को सदाचार और जन्मसिद्ध अधिकार मानते रहे हैं और ध्यान दीजिये ऐसा पहली बार नही हो रहा है, ये उन सभी राज्यों में हुआ है जहाँ जहाँ कांग्रेस को चुनाव जीतने के लिए कोई मुद्दा नहीं मिलता। तब वो जनता का ध्यान मुद्दों से हटवा कर अपने नेताओं को जनता की सहानुभूति खींचने का आदेश दे देती है। राज्यवर्धन राठौर ने सचिन पायलट के अनशन को सत्ता प्राप्ति के विलाप और निजी स्वार्थो से परिपूर्ण बताते हुए कहा कि कहा कि सचिन पायलट का अनशन यदि सचिन पायलट को अनशन ही करना है तो जरूर अनशन करें, लेकिन कम से कम 1 घंटे का अनशन इन बातों के लिए भी जरूर किया जाना चाहिए। राजस्थान में 26 लाख विद्यार्थियों का रीट परीक्षा पेपर लीक हुआ, तब प्रदेश के भविश्य के अनशन किया जाना चाहिये था। कांग्रेस किसानों को संपूर्ण कर्ज माफी ना दे सकी इसके लिए अनशन किया जाना चाहिए था।
प्रदेश आज महिला अपराध का गढ़ बन चुका है प्रतिदिन 17 बलात्कार हो रहे हैं 109 महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज हो रहे हैं एनसीआरबी के आंकड़ों में राजस्थान अपराध में शीर्ष पर है , तब कानून व्यवस्था के लिये अनशन किया जाना चाहिये था।
70 लाख नौकरियों के वादे के साथ सत्ता में आई सरकार ने एक लाख नौकरियां भी सही से नहीं दी ऐसे में प्रदेश में रोजगार मिले इसके लिए अनशन जरूर होना चाहिए था हिंदुओ पर होती मनमानियो के खिलाफ , सम्प्रदायिक दंगो के खिलाफ अनशन होना चाहिये था। जब प्रदेश मे ये सब हो रहा था, आप राज्य सरकार के दूसरे सबसे बड़े नेता हैं लेकिन तब कुछ नही बोले क्यो? कुर्सी की सौदेबाजी करनी थी इसलिए एक को दिल्ली पहुंचना था और दूसरे को राजस्थान पर कब्जा करना था, इसलिए। कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि इनसे कोई पूछे कि भाजपा सरकार पर मनगढ़ंत आरोप लगाने से इन लोगों के पाप कैसे धुलेंगे? असल बात यह है कि शीर्ष नेतृत्व से लेकर हर प्रदेश में, हर स्तर पर इतना भ्रष्टाचार किया है इन्होंने। इसीलिए पूरी कांग्रेस डरी हुई है इनका असल डर यह है कि इनका कुशासन और भ्रष्टाचार इतना बढ़ चुका है कि जनता इन्हें सत्ता से बेदखल करने वाली है इन्हें यह भी पता है कि देश की जनता को भी और राजस्थान की जनता को भी भाजपा से आस है भाजपा सरकारों का भ्रष्टाचार पर वार तो पूरा देश देख रहा है, जहाँ भाजपा की सरकारें हैं वहां की जनता देख रही है भाजपा भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस नीति अपनाती है। इसलिए ये सब के सब कांग्रेसी डरे हुए हैं, आज नहीं तो कल इन सब पर कानून अपना काम करेगा इसीलिए आजकल राहुल गांधी, सोनिया जी, और पूरी कांग्रेस काल्पनिक मुद्दे लेकर आकर आ रही है,दूसरे की सफेद कमीज पर कीचड़ फेंककर अपने दाग छिपाने की नाकाम कोशिश कर रही है, इन्हें डर इस बात का है कि मोदी सरकार में ‘चाचा, बुआ, मामा’ का दबाव नहीं चलता है, जाँच एजेंसियां निष्पक्ष होकर अपना काम करती हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी यही कहा है कि एजेंसियां अपना काम कर रही हैं, आज नहीं तो कल सारे भ्रष्टाचारी कानून के फंदे में फंसेंगे। इनको यही भय सता रहा है। इनका अनशन, यात्रा, फर्जी ईमानदारी की नौटंकी, इसी डर का नतीजा है। कांग्रेस के पावर के मोह ने उन्हें जनता की भलाई से हमेशा दूर रखा और आज इसीलिए कुछ गिने चुने राज्यों में ही उनकी बात होती है वरना बाकी राज्यों के साथ, देश और प्रदेश की तरक्की के मार्ग पर चल चुके हैं। और अब राजस्थान की बारी है। अप्रैल का महीना चुटकुलों का महीना होता है । आज कांग्रेस सरकार जनता को चुटकुला सुना रही है आने वाले महीनो में खुद जनता उन पर ही हँसेगी ये बात याद रखियेगा आप।

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