हरी शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर भीलवाड़ा (राजस्थान) में वार्षिक उत्सव सम्पन्न बाबा गंगाराम साहब की 27वीं वार्षिक वर्सी मनाईश्री श्रीचंद्र सिद्धांत सागर के अखण्ड पाठ पूर्ण होने पर भोग लगाया । धन से उत्पन्न अहंकार भक्ति का नाश करता है -महामंडलेश्वर हंसराम उदासीनआराध्य गुरूओं के वार्षिकोत्सव की श्रंखला में हरी शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर भीलवाड़ा (राजस्थान) में बाबा गंगाराम साहब जी की 27 वीं वार्षिक वर्सी 22 जून 2023 गुरुवार को हर्षोल्लास और आनंदपूर्वक मनाई गई। श्रीचन्द्र सिद्धांत सागर का पाठ पूर्ण होने पर भोग साहब पड़ा। श्री श्रीचंद्र मात्रा साहब वाणी का वाचन हुआ। ठाकुर जी को प्रसाद का भोग लगाया गया। अन्नपूर्णा रथ से निराश्रितों को भोजन प्रसाद वितरण हुआ। पाठ पारायण पूजन अर्चन सत्संग प्रवचन के अतिरिक्त यज्ञ, मंडल पूजन, रुद्राभिषेक, आध्यात्मिक अनुष्ठान संपादित हुए। श्रद्धालुओं ने समाधि साहब, श्री हरि सिद्धेश्वर मंदिर, धूणा साहब, आसण साहब का दर्शन कर शीश निवाया। महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने कहा कि दान करना है तो सेवा का दान सर्वोत्तम है क्योंकि व्यक्ति जो धन का दान करता है तो उससे अहंकार उत्पन्न होता है और यह अहंकार मनुष्य की भक्ति और सत्कर्म का नाश कर देता है। वार्षिक उत्सव में भाग लेने हेतु इंदौर से भागवत विद्वान संत माधवदास, अजमेर के महंत स्वरूपदास, पुष्कर के श्री महंत हनुमानराम उदासीन, स्वामी अर्जनदास, इन्दौर के स्वामी मोहनदास संत संतदास, राजकोट के साईं अमरलाल, भोपाल के लक्खी साई, किशनगढ़ के महंत श्यामदास, भीलवाड़ा के संत किशनदास सहित निर्वाण मण्डल सम्मिलित हुए। संत मयाराम, संत राजाराम , संत गोविंदराम, ब्रहमचारी संत इंद्रदेव, सिद्धार्थ, कुणाल, मिहिर ने भजन जदह तुहिन्जी थिए थी सार प्रस्तुत किया। स्वामी हंसराम जी ने बाबा शेवाराम साहब के वचन बताए कि यदि सत्संग कीर्तन में बैठकर हमें ईश्वर से मिलने की तीव्र इच्छा उत्पन्न होती है तभी उस मेले या कीर्तन की सार्थकता है अन्यथा यह सब केवल मनोरंजन के साधन बनकर रह जाते हैं। उन्होंने सभी को सेवा व सिमरन करने को प्रेरित किया। संतो महापुरुषों के प्रवचन सत्संग प्रार्थना होकर आरती हुई। साँयकाल में नितनेम के अलावा सतगुरु की समाधि साहब, आसण साहब पर श्रद्धालुओं ने चादर वस्त्र अर्पित किए एवं पल्लव प्रार्थना कर चार दिवसीय कार्यक्रम को विश्राम दिया गया। बाहर से आए हुए सांस्कृतिक कलाकारों एवं भजन गायकों द्वारा सांस्कृतिक एवं सूफी भजन प्रस्तुत किए। पल्लव प्रार्थना में सभी श्रद्धालुओं ने सतगुरु दर पर शीश निवाया। देश धर्म एवं सर्वजन की खुशहाली मंगलमय जीवन की कामना की गई। महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने प्रशासन एवं पुलिस के सहयोग के लिए धन्यवाद व्यक्त किया एवं सभी की मंगलकामना की ।
बाबा गंगाराम साहेब की 27 वीं वार्षिक वरसी मनाई गई।
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