भाई दूज का विशेष महत्व,, आखिर क्यों मनाया जाता है भाई दूज ,, हिंदू सनातन धर्म के हिसाब से भाई दूज का आखिर क्या महत्व है,, दीपावली के पांचवें दिन मनाया जाता है भाई बहन के प्यार का पवित्र त्योहार भाई दूज
हमारे देश में कई त्योहार बनाए जाते हैं परंतु दीपावली का त्यौहार हिंदुओं का सबसे बड़ा त्यौहार दीपावली के पांचवें दिन बहन भाई के पवित्र प्यार को मजबूती प्रदान करने वाला भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है ईस दिन बहन भाई के लिए लंबे जीवन के लिए की बड़ी उम्र के लिए प्रार्थना करती है इस दिन बहनें भाइयों को अपने घर आमंत्रित करती हैं प्रेम पूर्वक तिलक करती है उन्हें प्यार से भोजन करवाया जाता है और भगवान से अपने भाई के लंबी आयु की कामना करती है मान्यता है कि यमुना जी ने अपने भाई यमराज से यह वचन लिया था कि भाई दूध बनाने से यमराज के डर से मुक्ति मिलती है और भाई बहन ने प्रेम के साथ ही सौभाग्य में भी वृद्धि होती है भाई दूज के दिन भाइयों द्वारा बहनों को उपहार दीया जाता है इस तरह भाई बहन के रिश्ते में मजबूती मिलती है भाई दूज को भारत के अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नामों से जाना जाता है संस्कृत में से भागनी हस्ता भोजन कहते हैं कर्नाटक में इससे सोदरा बीदेगे कहते हैं बंगाल में भाई दूज को फ़ोटा नेपाल में आई टिक्का महाराष्ट्र में भाव बीज के रूप में मनाते हैं इस दिन भारत के सभी प्रांतों में विवाहित बहने अपने घर पर भाइयों को न्योता देती है और भोजन कराती है भाई दूज रक्षाबंधन के बाद एक ऐसा त्योहार है जो भाई बहन के प्यार को उनकी अटूट एकता को दर्शाता है और भाई बहन के दोस्तों को मजबूत करता है भाई दूज के इस पवित्र त्यौहार पर सभी देशवासियों को बहनों सिंधी समाचार राजस्थान द्वारा बधाई एवं शुभकामनाएं दी है
भाई दूज का विशेष महत्व
(Visited 54 times, 1 visits today)