निर्जला एकादशी एवम चालिहा महोत्सव पर 40 भक्तो द्वारा 40 मिनिट किया यज्ञ अनुष्ठान सदगुरु टेऊंराम जी महाराज के 138 वे जन्मोत्सव पर 138 किलो मिल्क रोज (शर्बत) निर्जला एकादशी पर हुआ वितरण एकादशी पर संतो ने किया भजन संकीर्तन जयपुर। गुलाबी नगरी में स्थित आस्था के केंद्र श्री अमरापुर स्थान जयपुर में आचार्य श्री सद्गुरु स्वामी टेंऊराम जी महाराज के पवित्र चालिहा महोत्सव के अंतर्गत मंगलवार निर्जला एकादशी के पवित्र पर्व पर 40 भक्तों द्वारा 40 मिनट तक हवन यज्ञ अनुष्ठान किया गया !!
40 दिन तक चलने वाले इस महा महोत्सव में प्रतिदिन ,(40 मिनट) के हवन यज्ञ अनुष्ठान तत्पश्चात नित्य नियम प्रार्थना, सत्संग, सामूहिक चालीसा का पाठ , सतनाम साक्षी महामंत्र का 108 बार जाप किया जा रहा है । श्री अमरापुर दरबार के संतो ने बताया कि हवन यज्ञ अनुष्ठान अग्नि के द्वारा पूजा करने की एक विधि है! जिसके द्वारा ईश्वर की उपासना की जाती है। हवन यज्ञ अनुष्ठान के साथ मंत्र उच्चारण से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव समाप्त होता है एवं शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है! जिससे हमारे विचारों में शुद्धि आती है । शुद्ध विचारों के आगमन से मन एकाग्रचित होता है और एकाग्रचित मन प्रभु के ध्यान में संलग्न हो जाता है। संतो ने बताया कि चालीहा महोत्सव का मुख्य उद्देश्य प्रभु के नाम का अधिक से अधिक जाप अनुष्ठान करना है । भक्ति भाव, भजन से जोडने के लिए समय समय परली ऐसे अनुष्ठान किए जाते है, हवन के अंतर्गत गाय के गोबर से बने कंडे ही उपयोग में लिए जा रहे हैं और शुद्ध गाय का घी प्रयोग किया जा रहा है। पौराणिक मान्यता है कि गाय का घी पूरे ब्रह्मांड में ऐसी वस्तु है जो की अधिकतम प्राणवायु निर्माण में सहायक है। संतों ने बताय कि गाय के गोबर से बने कंडे शुद्ध गाय का घी उपयोग करने से वायु में उपस्थित कीटाणु स्वयं नष्ट हो जाते हैं। ओम गणपते स्वाहा, ओम ब्राह्मणे स्वाहा, ओम अग्नये स्वाहा , ओम प्रभासाय स्वाहा, ॐ सतनाम सक्षिणे नमःस्वाहा ,गायत्री मंत्र, ओम नमो भगवते वासुदेवाय, आदि मंत्रों का उच्चारण कर आहुति दी जाती है। हवन में प्रेमी उत्साह पूर्वक सम्मिलित हो रहे हैं।संतों ने बताया कि 07 जुलाई से 11 जुलाई तक पंच दिवसीय सदगुरू टेऊराम जी महाराज के138 वे जन्मोत्सव के आगमन के उपलक्ष् अनेक सेवा कार्य एवम अनुष्ठान चल रहे है !
आज निर्जला एकादशी पर श्री अमरापुर स्थान के बाहर (अन्न क्षेत्र प्रसाद) के साथ रहागीरो के लिए 138 किलो मिल्क रोज वितरित किया गया । इसी के साथ सांय काल 40 मिनट संत महात्माओं द्वारा हरिनाम संकीर्तन किया गया !! जिसमे हरि हरि बोल, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे हरे कृष्ण हरे हरे कृष्ण कृष्ण हरे हरे… जय जय राधा रमण हरि बोल… ॐ नमो गुरुदेव स्वामी टेऊंरामाय… सतनाम साक्षी सदा बोल प्यारा…. आदि संकीर्तन हुए ! सभी को खीर प्रसाद वितरण किया गया
निर्जला एकादशी एवं चालिहा महोत्सव। श्री अमरापुर धाम जयपुर
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