हवन के साथ मंत्र जप से होती है सकारामतक ऊर्जा :संत मोनू राम जयपुर। आस्था के केंद्र श्री अमरापुरा स्थान जयपुर में 1 जून से प्रारंभ हुए आचार्य श्री सद्गुरु स्वामी टेंऊराम जी महाराज के चालिहा महोत्सव के अंतर्गत प्रतिदिन प्रातः 5:30 बजे से (40 मिनट) हवन यज्ञ अनुष्ठान किया जा रहा है । 40 दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में प्रतिदिन हवन यज्ञ अनुष्ठान तत्पश्चात नित्य नियम प्रार्थना, सत्संग, सामूहिक चालीसा का पाठ , सतनाम साक्षी महामंत्र का 108 बार जाप हो रहा है ! सेकडो की तादाद में भक्त दर्शन हवन पाठ का लाभ ले रहे है ! श्री अमरापुरा स्थान जयपुर के व्यवस्थापक संत मोनूराम महाराज ने बताया कि हवन यज्ञ अनुष्ठान अग्नि के द्वारा पूजा करने की एक विधि है जिसके द्वारा ईश्वर की उपासना की जाती है। हवन यज्ञ अनुष्ठान के साथ मंत्र उच्चारण से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव समाप्त होता है एवं शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है जिससे हमारे विचारों में शुद्धि आती है । शुद्ध विचारों के आगमन से मन एकाग्रचित होता है और एकाग्रचित मन प्रभु के ध्यान में संलग्न हो जाता है। संतो ने बताया कि चालीहा महोत्सव का मुख्य उद्देश्य प्रभु के नाम का अधिक से अधिक जाप अनुष्ठान करना है। हवन के अंतर्गत गाय के गोबर से बने कंडे ही उपयोग में लिए जा रहे हैं और शुद्ध गाय का घी प्रयोग किया जा रहा है। पौराणिक मान्यता है कि गाय का घी पूरे ब्रह्मांड में ऐसी वस्तु है जो की अधिकतम प्राणवायु निर्माण में सहायक है। संतों ने बताय कि गाय के गोबर से बने कंडे शुद्ध गाय का घी उपयोग करने से वायु में उपस्थित कीटाणु स्वयं नष्ट हो जाते हैं ओम गणपते स्वाहा, ओम ब्राह्मणे स्वाहा, ओम अग्नये स्वाहा , ओम प्रभासाय स्वाहा, सतनाम सक्षिणे नमः गायत्री मंत्र आदि मंत्रों का उच्चारण कर आहुति दी जाती है। हवन में प्रेमी उत्साह पूर्वक सम्मिलित हो रहे हैं ।
सदगुरु स्वामी टेऊंराम जी महाराज का 82 वरसी उत्सव 7 जून से जयपुर : श्री अमरापुर स्थान, जयपुर में प्रेम प्रकाश मंडल (पंथ) के संस्थापक आचार्य 1008 सदगुरु श्री स्वामी टेऊंराम जी महाराज का 82 वा वरसी उत्सव (महानिर्वाण दिवस)
शुक्रवार 7 जून से 11 जून (मंगलवार) तक भक्ति भाव से मनाया जायेगा!!धार्मिक प्रोग्राम के साथ साथ अनेक सामाजिक, आर्थिक सेवा कार्य भी होंगे।
हवन के साथ मंत्र जप से होती है सकारात्मक ऊर्जा
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