राजस्थान पुलिस के द्वारा करोड़ों रुपए की चोरी का खुलासा

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चूरू के रतनगढ़ में ज्वैलरी शॉप से करोड़ों रुपयें के जेवरात व नगदी चोरी का खुलासा अंतर्राज्यीय गैंग के 3 बदमाश घटना में प्रयुक्त कार सहित गिरफ्तार, थाना रतनगढ़ व एजीटीएफ चूरू की कार्रवाई जयपुर/चूरू, 9 दिसंबर। चूरू जिले के रतनगढ़ थाना क्षेत्र में स्थित आरबी ज्वेलर्स शॉप में 31 नवंबर की रात हुई करोड़ों रुपए के जेवरात व नगदी चोरी की वारदात का खुलासा कर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार सहित अन्तर्राज्यीय गिरोह के तीन बदमाशों भागीरथ बावरी पुत्र लालाराम (42) व यादराम बावरी पुत्र रामलाल (52) निवासी पछैया मौहल्ला जिला ओरैया उत्तरप्रदेश एवं अजय सिंह बावरी पुत्र मुन्नी सिंह बावरी (48) निवासी मेहता नगर कालवाड़ रोड़ झोटवाड़ा, जयपुर हाल निवासी किरायेदार कुचामन को गिरफ्तार किया है।एसपी जय यादव ने बताया कि 01 दिसम्बर को आर0बी0 ज्वैलर्स के मालिक छगन लाल सोनी ने बीती रात अज्ञात चोरों द्वारा दुकान का शटर व तिजोरी तोड़ करीब 950 ग्राम सोने के व करीब दौ सौ किलो चाँदी के जेवर व बर्तन तथा 17 लाख रूपये नगद चोरी कर ले जाने की एक रिपोर्ट थाना रतनगढ़ में दर्ज करवाई। सूचना मिलते ही वे स्वयं मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया। एमओबी, एफएसएल, साईबर व डीएसटी टीम को बुलवा कर आवश्यक साक्ष्य जुटाये गये।अनुसंधान के दौरान अति पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार, वृताधिकारी अनिल कुमार, सहायक पुलिस अधीक्षक निश्चय प्रसाद एम द्वारा भी घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। घटना के आस पास के सीसीटीवी फुटेज चैक किये। प्रकरण में त्वरित कार्रवाई के लिये एसएचओ दिलीप सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया।वारदात में काम में ली गयी संदिग्ध ईरटिगा गाड़ी के मार्ग का सीसीटीवी फुटेज द्वारा पीछा करते हुये कुचामन पहुंची टीम ने संदिग्ध गाड़ी के बारे में लोगों से जानकारी हासिल की, बीटीएस डाटा संकलन किये गये। सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी सहायता से कार के कुचामन शहर में होने की पूर्ण संभावना पर कुचामन शहर में बस स्टैण्ड, नगरपरिषद, कुचामन बाईपास के शराब ठेके, भोमिया सर्किल तथा भोमिया सर्किल से आगे घरों के सीसीटीवी कैमरे चैक किये गये। जिसमे संदिग्ध ईरटिगा गाड़ी के आशियाना कॉलोनी में होने की सूचना मिली।सूचना पर थानाधिकारी रतनगढ मय टीम, एजीटीएफ राजगढ टीम द्वारा ईरटिगा गाड़ी का पीछा किया, उसमें बैठे तीन व्यक्ति गाड़ी को भगाने लगे। संदिग्ध लगने पर पुलिस टीमों ने पीछा कर काबू किया। कार में आरोपी भागीरथ बावरी, अजय सिंह बावरी व यादराम बावरी सवार थे। जिन्हें डिटेन कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। घटना में आरोपियों के साथ दो और व्यक्ति थे, जिनकी तलाश की जा रही है।प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने इससे पहले राजस्थान, उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, उतराखण्ड, दिल्ली आदि राज्यों में ज्वैलरी शॉप व अन्य प्रतिष्ठानों में चोरी व डकैती की घटनाएं करना बताया है। जिनसे चोरी किये गये ज्वैलरी एवं रूपयों कें बारे में पूछताछ की जा रही है।इस गैंग के सदस्यों द्वारा घटना को अंजाम देने के दौरान मुंह पर मास्क व हाथों में दस्ताने पहन रखे थे, जिसका भी पुलिस ने नई तकनीकी से चेहरों व संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने मे अहम् सफलता प्राप्त की है।ऐसे दिया वारदात का अंजाम 30 नवम्बर को आरोपी कुचामन से ईरटिगा गाडी में सुजानगढ़, फिर बीदास, बीदासर से परसनेउ होते हुये रात के करीब 12 बजे रतनगढ़ आ गये थे। रात के करीब 01 बजे गाड़ी गली में रोक दी। 4 आरोपी गाड़ी से उतरे, उनमें से 1 व्यक्ति ने बाड़े की दीवार फांदकर अंदर जाकर गेट खोल दिया। बाहर खड़े तीनों व्यक्ति अपने साथ लेकर आये सामान एक फोल्डिंग सीढ़ी, एक बैग सहित बाड़े में गये व गेट बंद कर लिया।बाड़े में फोल्डिंग सीढ़ी को दीवार के पास लगाकर मकानों के उपर की मंजिल की छत पर चले गये। छत से उतरकर प्रथम मंजिल पर आ गये, जहां पर एक लकड़ी का गेट लगा हुआ था, उस लकड़ी के गेट को रॉड़ से खोल लिया तथा गेट खोलकर चारों सीढ़ियों से होते हुये नीचे आये तो व सीढ़ियों के दुकान के शटर तक आ गये। दुकान के शटर पर ताले लगे हुये थे। शटर के ताले तोड़ दिये तथा दुकान के शटर को ऊपर करके चारों दुकान में घुस गये। उस दुकान में सीसीटीवी कैमरे लगे हुये थे। कैमरों को घुमा दिया, उसके बाद चारों ने उस दुकान में टॉर्च की रोशनी से दुकान के काउंटर में रखी डिब्बियों में से सोने व चांदी का सामान बैडशीट में भरा। उसके बाद दुकान में दीवार की तरफ रखी हुई लकड़ी के कपाट के खाचों में रखे हुये सोने-चांदी के जेवरात तथा गले में रखे हुये सोने-चांदी के जेवरात बैडशीट में भर लिये। उस दुकान के काउंटर में नगद रूपये भी रखे हुये थे, वो रूपये भी वहां से चुरा लिये तथा चुराये हुये सोने-चांदी के जेवरात तथा नगदी सारा सामान लेकर सीढ़ियों से होते हुये छत पर चले गये तथा उपर वाली छत पर पहले एक व्यक्ति को चढ़ाया तथा सोने-चांदी के जेवरात डली हुई तीनों बैडशीटों को छत पर पहुंचा दिया। उसके बाद तीनों छत पर चले गये व छत से बैडशीटों सहित पहले से रखी हुई सीढ़ी से नीचे बाड़ा में उतर गये तथा सोने-चांदी के जेवरात की बैडशीटों को गाड़ी में रखकर चारों गाड़ी में बैठ गये। उसके बाद पांचों रवाना होकर कुचामन चले गये थे।गैंग द्वारा वारदात का तरीका उक्त गैंग बहुत ही शातिर किस्म की है, जो पूर्व में ज्वैलरी शॉप एवं अन्य प्रतिष्ठानों में चोरी व डकैती की घटना को अंजाम देने से करीब 15-20 दिन पूर्व प्रतिष्ठान की रैकी करते है। कस्बा से बाहर निकलने वाले गुप्त रास्तो व टोल नाकों की सम्पूर्ण जानकारी व तैयारी के साथ में वारदात को अंजाम देते है। उक्त गैंग द्वारा घटना में उपयोग में लेने वाली गाड़ी के नम्बर प्लेट बार-बार बदल लेते है एवं फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर छोटे रास्तो से गुजर कर वारदात को अंजाम देते है। चोरी की रैकी के अनुसार सम्पूर्ण संसाधन हथौडा़, फोल्डींग सीढ़ी, गैस कटट्र, चाकू इत्यादि अपने वाहन में साथ रखते है।आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना रतनगढ़ के कांस्टेबल जगदीश एवं एजीटीएफ राजगढ़ के कांस्टेबल रमाकांत की विशेष भूमिका रही।

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