लाल बत्ती होती थी मंत्रियों की पहचान।
राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश में जहां कहीं भी लाल बत्ती दिखाई देती थी तो आम जनता देख कर समझ जाती थे कि कोई मंत्री जी आ रहे हैं या जा रहे हैं पर आज उनकी गाड़ी को कोई पहचान नहीं सकता क्योंकि वह भी आम जनता की तरह नॉर्मल गाड़ी का प्रयोग करते हैं और उनकी गाड़ी पर किसी प्रकार की कोई विशेष पहचान भी नहीं है। यह सही भी है पर कहीं ना कहीं मंत्री जी की सुरक्षा पर एक सवालिया निशान भी खड़ा करती है। आखिरकार चुने हुए खास व्यक्ति होते हैं मंत्री विधायक। अब चाहे राज्य सरकार हो चाहे केंद्र सरकार हो उन्हें मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा की दृष्टि से देखते हुए उनकी गाड़ियों पर कुछ ना कुछ एक विशेष पहचान देनी चाहिए। जिससे कि उनकी यात्रा सहज सरल एवं सुगम हो सके। और जब कभी ट्रैफिक जाम हो तो ट्रैफिक पुलिस उस गाड़ी को देखते आसानी से उन्हें मार्ग दे सके। जय हिंद जय भारत जय श्री राम
लाल बत्ती की गाड़ी से होती थी मंत्रियों की पहचान।
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