असू चंड एकता दिवस कल मनाया जाएगा धूमधाम से

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सिंधी समाज का प्रमुख पर्व,,
असू चंड पर्व (एकता दिवस) 4 अक्टूबर को (अखंड ज्योत प्रवजल्लित, बहराना साहब, भजन, भगत, भंडारे आदि के होंगे आयोजन)जयपुर। सिन्धी समाज के इष्टदेव भगवान श्री झूलेलाल साई जी का पावन पर्व असू चंड 4 अक्टूबर (शुक्रवार) को गुलाबी नगर जयपुर सहित विश्व भर में सिंधी समाज के द्वारा झूलेलाल मंदिरों, आश्रमों सहित दरबार साहिबों में श्रद्धा, भक्ति भाव से मनाया जाएगा !आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चौदस के बाद जो चंद्र दर्शन (चंड का दिन) का दिवस आता है उसे असूचंड (एकता पर्व) कहा जाता है। भिन्न-भिन्न भ्रांतियों एवं सिंधी समाज के लोग सभी (सिंधीजन) एक स्थान पर एकत्रित हुए एवं एकता का परिचय देकर इस *”एकता दिवस”* को उत्सव के रूप में मनाया, इसलिए असूचंड को हर वर्ष एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है ! इस दिन सभी भगवान श्री झूलेलाल साई जी की पूजा अर्चना, बहराना साहब, अखंड ज्योत, जलाकर सामूहिक आरती, पूजन, भजन , सत्संग, आदि धार्मिक आयोजन करके अमर उड़े्रा लाल, आयो लाल , झूलेलाल का उदघोष करके असूचंड पर्व भक्ति भाव से मनाते है ,
गुलाबी नगरी जयपुर के अंतर्गत भगवान श्री झूलेलाल साई जी का “असूचंड महोत्सव” लगभग सभी मंदिर, अनेक स्थानों पर बड़े ही धूमधाम से मनाया जायेगा है !
दुर्गापुर का *असूचंड महोत्सव” बडा ही प्राचीन एवं विख्यात है ! दुर्गापुर में स्थित पूज्य सिंधी पंचायत द्वारा तीन दिवसीय “असू चंड पर्व” मेले का विशाल आयोजन किया गया है जिसके अंतर्गत अनेक भगत मंडलिया भजन प्रस्तुत करेंगे एवम अनेक संत, प्रेमी, श्रद्धालु भक्त, गणमान्य लोग भाग लेंगे।मेले का शुभारंभ प्रातः 11:00 बजे पूज्यनीय श्री अमरापुर स्थान के पूज्य संत श्री मोहन लाल महाराज (संत मोनूराम ) संत मंडली द्वारा द्वीप प्रज्वलित एवं ध्वज वंदन द्वारा किया जाएगा इससे पूर्व प्रातः 10:00 बजे सिंधी कॉलोनी, राजा पार्क, स्थित पूज्य अमरलाल साहिब मंदिर में पूज्य श्री अमरापुर संत मंडली द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर ध्वज वंदना की जाएगी !इसी प्रकार सायं काल के समय अग्रवाल फार्म स्थित शीश महल “भगवान श्री झूलेलाल मंदिर” में असूचंड के पावन अवसर पर पूज्य संतो द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर भगवान झूलेलाल का गुणगान किया जाएगा ! साथ ही महाआरती एवम विशाल भंडारे का आयोजन होगा श्री अमरापुर स्थान पर अखंड ज्योत पावन तीर्थ श्री अमरापुर स्थान में भी पूज्य श्री संतो द्वारा प्रात काल 6:30 बजे भगवान श्री झूलेलाल साई के समक्ष पूजा, अर्चना, अखंड ज्योत,, आरती करके, मीठे चावल, (तेरी) छोला , हलवा, खीर आदि के प्रसाद का भोग लगाया जाएगा।

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