साइबर चुनौतियों को हल करने में मिलेगी मदद।

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सीडीटीआई—जयपुर एवं आईआईटी जोधपुर के मध्‍य प्रौद्योगिकी मिशन पर एमओयू पुलिस को साइबर चुनौतियों को हल करने में मिलेगी मदद एआई, साइबर सिक्योरिटी और डाटा एनालिसिस पर करेंगे सूचनाओं का आदान—प्रदान जयपुर 06 मार्च। सीडीटीआई, जयपुर के परिसर में चल रहे इंडियन रेवेन्‍यू सर्विस (इन्‍कम टैक्‍स) के अधिकारियों के 77वें बैच का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह बुधवार को आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रो. शान्‍तनु चौधरी के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर सीडीटीआई, जयपुर के निदेशक डॉ अमनदीप सिंह कपूर एवं प्रो. चौधरी के मध्‍य साझा मुद्दों में आदान-प्रदान हेतु एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हुआ। एमओयू के माध्‍यम से दोनों संस्‍थाओं के मध्‍य टैक्‍नोलॉजी, प्रशिक्षण, शोध, परामर्श एवं शै‍क्षणिक योग्‍यताओं के आदान -प्रदान के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), डाटा एनालिसिस, साईबर सिक्‍योरिटी, वैश्विक प्रौद्योगिकी सूचना तंत्र इत्‍यादि के बारे में जानकारियों का आदान-प्रदान किया जायेगा।सीडीटीआई निदेशक डॉ कपूर ने बताया कि समझौता ज्ञापन के माध्‍यम से पुलिस के सामने आ रही प्रौद्योगिक एवं साईबर से संबंधित चुनौतियों को हल करने में मदद मिलेगी तथा दोनो के मध्‍य एक सहयोगात्‍मक प्रौद्योगिकी वातावरण विकसित होगा।इस अवसर पर समापन समारोह के विशिष्‍ठ अतिथि अतिरिक्‍त महानिदेशक मुख्यालय एस. सेंगाथिर ने वेब 3.0 तकनीक पर एवं आईआईटी जोधपुर में असिस्‍टेंट प्रोफेसर डॉ. देबासीस दास ने उभरती प्रौद्योगिकी और राष्‍ट्रीय सुरक्षा वरदान या अभिशाप पर प्रकाश डाला। समापन समारोह के अंत में नेशनल एकेडमी ऑफ डायरेक्‍ट टैक्‍स, नागपुर के एसीडी द्वारा प्रो. शांतनु कुमार, डॉ अमनदीप सिंह कपूर एवं समस्‍त प्रतिभागियों का धन्‍यवाद ज्ञापित किया।

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