सिन्ध प्रान्त को भारत में शामिल करने की मांग

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नवनिर्मित संसद भवन के उद्घाटन की प्रधानमंत्री को दी बधाई जयपुर। राजधानी के झोटवाड़ा इलाके के संयुक्त विकास समिति दादी का फाटक, जयपुर की तरफ से भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, आरएसएस प्रमुख सरसंघचालक मोहन भागवत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, विद्याधर नगर विधायक नरपत सिंह राजवी को ईमेल करके एक पत्र प्रेषित किया गया है।समिति के संयोजक नानकराम थावानी ने बताया कि इस पत्र के माध्यम से विश्व की समस्त सनातनी संस्थाओं से मुहिम को अनवरत जारी रखने की अपील की गई है। इसमें सबसे पहले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारत के ऐतिहासिक नवनिर्मित संसद भवन में वैदिक अनुष्ठान के साथ प्रवेश करने की हार्दिक बधाई दी गई है। साथ ही ये भी कहा गया है कि नए संसद भवन का बेजोड़ कलात्मक निर्माण सनातन धर्म के आधार पर करवाकर आपने भारतीय इतिहास संस्कृति परंपरा सभ्यता और रीति रिवाजों के प्रतीक “सेंगोल” (धर्म दंड) को धारण कर अखंड भारत व सनातन धर्म की रक्षा का बीड़ा उठाया है। साथ ही कहा गया है कि प्रधानमंत्री का यह कदम भारत के इतिहास को पुनः स्थापित कर अखंड भारत की ओर सराहनीय साहसिक कदम है। इसके लिए सबकी शुभकामनाएं और यश वृद्धि की मंगलकामनाएं ह्रदय के अंतरतल से दी गई है। साथ ही समिति सहसंयोजक मानसिंह शेखावत ,सूबेदार एडवोकेट भवानी सिंह जोधा, बजरंग झा, राम सिंह शेखावत व टीम ने विनम्र निवेदन किया गया है कि भारत के राष्ट्र गान को पूर्ण करते हुए सिंध प्रांत को भारत में शामिल करने के लिए ठोस कार्यवाही कर विश्व के समस्त हिन्दू समाज की वेदनाओं को राहत प्रदान कर सनातन धर्म की रक्षा के लिए कदम उठाए जाएं। साथ ही पूर्ण विश्वास जताया गया है कि प्रधानमंत्री जल्द से जल्द अपनी अचूक शक्तियों का इस्तेमाल कर सबको अनुग्रहित करेंगे।

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