शहीद हेमू कालानी को श्रद्धासुमन अर्पित

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सिंधु वीर शहीद हेमू कालाणी को किया याद, सर्व सिंधी समाज महासभा ने श्रद्धासुमन अर्पित किये
सिंधी समाज के अमर शहीद हेमू कालानी जिन्होंने मात्र 19 वर्ष की आयु में अपने कुछ साथियों के साथ अंग्रेजों के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंका था। अदालत ने उन्हें पहले आजीवन कारावास की सजा सुनाई जो बाद में मृत्यु दण्ड में बदल दी गई।वे हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए थे। क्रांतिवीर अमर शहीद हेमू कालानी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आज सिंधी समाज ने अमर शहीद के बलिदान को याद करते हुए मुहाना मंडी में विजय राजे सिंधिया सर्किल पर सर्व सिंधी समाज महासभा के बैनर तले हेमू कलानी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।भारत मां की जय और इंकलाब जिंदाबाद के नारों से सभी जोश में भर उठे। कार्यक्रम मे संतोष धिरवानी जी, जयप्रकाश बूलचंदानी, किशनचंद कीशुभाई, महेश हरदासानी, रमेश मोटवानी, शंकर दुलानी जी, पत्रकार प्रदीप कुमार ,काली मामा, सुरेश लखपतानी ,गोविंद चेलानी, गोपाल कृष्ण मोटवानी,किशन केसवानी किशु भाई ,राजकुमार होतचंदानी, आसनदास मूलचंदानी, जय मोटवानी ,गोविंद वाधवानी ,राजकुमार सावनानी, वासदेव भगतानी,हितेश बजाज,सुनील कोरानी, किशन वाधवानी,रवि मोटवानी,मनोज केसवानी,महेश चेलानी, मुरली टेवानी, किशोर बाबा समेत मुहाना मंडी के सैकड़ों व्यापारियों की उपस्थिति रही।सर्व सिंधी समाज महासभा मुहाना मंडी द्वारा हेमुकालानी के बलिदान को याद करते हुए युवाओं को उनसे से प्रेरणा लेने की अपील की।वीर शहीद हेमू कालानी का इतनी छोटी उम्र में किया बलिदान देश के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में वर्णित है। एवं सिंधी समाज को सिंधु वीर शहीद हेमु कालाणी की शहादत पर हमेशा नाज रहेगा।

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