श्री अमरापुर दरबार में चौथ महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।

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संत समाज सुधारक और जीवों के उदारक होते हैं: संत श्री मोनू राम जी महाराज श्री अमरापुर स्थान में स्वामी टेऊंराम चौथ महोत्सव मनाया जयपुर प्रेम प्रकाश मंडल के संस्थापक आचार्य श्री सतगुरु स्वामी टेंऊराम जी महाराज के पावन मासिक जन्म दिवस स्वामी टेऊराम चौथ महोत्सव पर्व श्री अमरापुर स्थान जयपुर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।प्रात:काल की पावन वेला में नित्य नियम प्रार्थना, भजन, संत महात्माओं के द्वारा सत्संग, प्रवचन की रसधारा में श्रद्धालु ने डुबकी लगाई। संतो ने अपने प्रवचन के दौरान संत श्री मोनूराम जी महाराज ने बताया कि जगत के कल्याण के लिए संत महात्मा मनुष्य देह धारण करके धरती पर अवतरित होते हैं। जीवो का कल्याण करना, सद्मार्ग पर उनको प्रेरित कर उनका उद्धार करना संतों का कार्य होता है। संत मोतियों की माला के स्वरूप होते हैं जो समाज को सदैव जोड़े रखते हैं, उन मोतियों की माला में आचार्य श्री सद्गुरु स्वामी टेंऊराम जी महाराज भी एक सिद्ध संत हुए , संत जगत के कल्याण के लिए अवतरित होते हैं ! उन्होंने अनेक जीवो का उद्धार कल्याण किया । आचार्य श्री ने हिंदू सनातन धर्म की पताका विश्व भर में फैलाई ।इसी प्रकार सांय काल के समय चालीसा का पाठ, भजन संध्या, आरती के पश्चात गुरु महाराज जी के समक्ष 56 प्रकार के व्यंजनो का थाल एवं महाप्रसादी डोडा चटनी का भोग लगाया गया ।श्री मंदिर परिसर एवं समाधि स्थल को ऋतु पुष्पों से अद्भुत सुंदर सजाया गया मंदिर परिसर में विभिन्न स्थानों पर आकर्षक रंगोली सजाई गई।संतों ने बताया कि चौथ पर्व की महिमा न्यारी है जयपुर सहित आसपास के क्षेत्र से श्रद्धालु प्रेमी प्रातकाल से ही दर्शन दीदार को आते हैं उन्हें विश्वास है की गुरु महाराज की इस चौखट पर सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।उत्सव में स्वामी मनोहर लाल जी महाराज, संत श्री मोनूराम जी महाराज, संत नवीन जी, संत गुरुदास जी आदि संतो ने सत्संग भजन किया।

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