नौनिहालों ने गुरु की मूर्त को चित्र के माध्यम से किया साकार 139 वे जन्मोत्सव पर 139 प्रतिभागियों ने साकार की कला 139 वे जन्मोत्सव पर 139 भिन्न प्रकार के व्यंजनों का लगाया भोग सदगुरु टेऊँराम जयंती पर गुलाबी नगरी जयपुर में घर घर दीप जलेंगे!!!
जयपुर ।आस्था और भक्ति साधना के पावन केंद्र श्री अमरापुर स्थान जयपुर में सिंध प्रांत के महान संत प्रेम प्रकाश मंडल के संस्थापक योगीराज 1008 आचार्य श्री सद्गुरु स्वामी टेऊराम जी महाराज के पावन 139 वे पंच दिवसीय जन्मोत्सव के चतुर्थ दिन
5 वर्ष से 20 वर्ष तक के नौनिहालों ने गुरु की मूर्त को चित्र के माध्यम से साकार किया । *139 वे पावन जन्मोत्सव पर जयपुर सहित अजमेर,आगरा, चाकसू ओर आस पास के क्षेत्र के 139 प्रतिभागियों ने अपनी कला का हुनर बिखैरा । रविवार को प्रातः 10 बजे से प्रारंभ हुई प्रतियोगिता 12 बजे तक जोश और उत्साह के साथ जारी रही। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय,तृतीय एवं 5 सांत्वना पुरस्कार से प्रतिभागियों को नवाजा गया । *139 वे जन्मोत्सव के अवसर पे सायंकाल 6 बजे आचार्य श्री के विग्रहो के समक्ष 139 भिन्न व्यंजनों का भोग लगाया गया । मठरी, मैसूर पाक, खोराक, डोडा चटनी, हलवा, सान्टे, गुजिया, मक्खन बड़े,घर की निर्मित नमकीन,केक आदि व्यंजन आचार्य श्री के समक्ष अर्पित कर भोग लगाया गया। मशहूर गायिका नीलम शर्मा जी ने सतगुरु टेऊराम जी महाराज की वाणी राग सारंग के भजनों की प्रस्तुति दी। अजमेर से गायक कलाकार अशोक,सोनी भाई एवं मुस्कान ने भी जन्मोत्सव पे भजनों के माध्यम से सतगुर टेऊराम जी महाराज की महिमा का गुणगान किया।उत्सव के उपलक्ष में सामूहिक चालीसा का पाठ, सतनाम साक्षी महामंत्र का जाप आरती पल्लव प्रार्थना आदि कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने 40 फिर गुफा, श्री मंदिर समाधि स्थल पर मनमोहक दर्शनीय फूल बंगले की अद्भुत झाकी का दर्शन किया।ब्रह्म मुहूर्त में प्रकट होगे स्वामी टेऊराम महाराज 30 जून सोमवार को प्रातः 5 बजे ब्रह्म मुहूर्त में 40 मिनट आचार्य श्री सद्गुरु स्वामी टेऊराम जी महाराज का होगा विशेष अभिषेक किया जाएगा। जन्म जयंती महोत्सव पर प्रातः 5 बजे श्री मंदिर में आचार्य श्री के विग्रह का गंगाजल व दुग्धाभिषेक से अनुष्ठान तत्पश्चात पूजा, हवन यज्ञ आदि अनुष्ठान संपन्न होंगे। इसके बाद संतों का सत्संग, बधाई गीत, 139 दीपों का प्रज्वलन, महाप्रसादी एवं आम भंडारे का आयोजन होगा। जन्मोत्सव के उपलक्ष में विभिन्न कुष्ठ आश्रमों में भोजन प्रसादी भेजी जायेगी।उत्सव के उपलक्ष में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन, रंगोली और दीपमाला से मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया जाएगा।
गुलाबी नगरी जयपुर में भक्तों के घर घर जलेंगे 139 दीप
नौनिहालों ने गुरु की मूर्त को चित्र के माध्यम से किया साकार
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