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श्री अमरापुर स्थान मोक्षदा एकादशी पर संतो द्वारा हुआ हरिनाम संकीर्तन कृष्ण गोविंद, गोविंद गोपाल, नंद लाल हे गोपाल- राधा कृष्ण गोविंद गोविंद श्री मदभगवत गीता के 12 वें 15 वें अध्याय का हुआ वाचन जयपुर। आस्था के पावन केंद्र श्री अमरापुर स्थान जयपुर में 11 दिसम्बर बुधवार को गीता जयंती एवं मोक्षदा एकादशी पर संतो द्वारा श्री मदभगवत गीता के 15 वे 12 वें आध्याय का वाचन एवं हरिनाम संकीर्तन किया गया ! संतो ने बताया कि मोक्षदा एकादशी पर ही *गीता जयंती* भी मनाई जाती है। मोक्षदा एकादशी पर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान उपदेश दिया था, इसलिए मोक्षदा एकादशी को गीता जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन गीता जी का पाठ, हरि नाम संकीर्तन एवं व्रत करने से मनुष्य के पाप समाप्त होते हैं और उसे मृत्यु के बाद वैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है एवं मोक्ष प्राप्त होता है ! संत श्री मोनूराम जी महाराज ने कृष्ण गोविंद गोविंद गोपाल नंद लाल… हे गोपाल- राधा कृष्ण गोविंद गोविंद…. हरे राम हरे राम… राम राम हरे हरे… इक नजर कृपा की कर दो…. आदि संकीर्तन कर भक्तों को मंत्र मुग्ध किया !!!
मंदिर में स्थित श्री “अमरापुर गौशाला* में “गौ माता” को फल, गुड, घास खिलाकर सेवा की गई !!
श्री अमरापुर दरबार के लाडले लड्डू गोपाल जी का फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया !! खीर का भोग लगाकर सभी भक्तों प्रेमियों को खीर प्रसाद वितरण किया गया !! इसी प्रकार श्री अमरापुर धाम में प्रत्येक एकादशी पर सुबह शाम हरिनाम संकीर्तन किया जाता है !!!
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