शांति हमारे अंदर है बाहर नहीं। रेखा धनकानी

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अच्छी बातें सच्ची बातें। लेखिका रेखा धनकानी अक्सर लोग शांति की तलाश में दरबदर भटकते हैं। नए-नए दोस्त नए-नए मित्र नए-नए स्थानों पर प्रवास करते हैं। पर क्या उन्हें शांति मिल पाती है। नहीं क्योंकि जिसे वह तलाश कर रहे होते हैं। वह तो हमारे अंदर ही है। अपने भीतर झांको और ईश्वर का ध्यान करो आपको कहीं भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। राधे राधे।

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