04 अप्रैल मंगलवार के शुभ दिवस पर प्रेम प्रकाश मंडल का 102 वां चैत्र मेला पावन तीर्थ स्थल श्री अमरापुर स्थान जयपुर पर गणेश पूजन, यज्ञ अनुष्ठान ध्वजा वंदन के साथ आरंभ हुआ। प्रातः काल की मधुर वेला में 7:00 बजे से प्रार्थना, संत महात्माओं का सत्संग, संतो द्वारा गणेश पूजन तत्पश्चात गुरुदेव भगवान की अमोलक वाणी के द्वारा आशीर्वचन हुआ। परम आदरणीय गुरुवर सद्गुरु स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज द्वारा मेले का महत्व बताते हुए कहा कि मिलो मिलाओ मिल रहो मिलो तो मेला होए अंतर आतम जो मिले मिला कहिए सोए । अपने आत्म स्वरूप की प्राप्ति गुरुदेव भगवान की कृपा से ही होती है। स्वामी टेंऊराम जी महाराज के चरण शरण में हम बैठे हैं उन के पावन श्री चरणों में यहीप्रार्थना की गई कि यह चैत्र का मेला निर्विघ्नं सुख पूर्वक संपन्न होए। मेले के शुभ अवसर पर दोपहर 3:00 बजे विशाल शोभायात्रा गाजे-बाजे, हाथी घोड़े ,गुरु महाराज के विग्रहों एवं 15-20 मनमोहक सजीव झांकियों के साथ श्री अमरापुर स्थान से निकाली गई । शोभा यात्रा एम.आई .रोड से पांच बत्ती ,इंदिरा बाजार ,नेहरू बाजार ,बापू बाजार ,जोहरी बाजार, बड़ी चौपड़ ,त्रिपोलिया बाजार , चांदपोल बाजार एवं अन्य मार्गो से होती हुई सांय 7:30 बजे अमरापुरा स्थान पहुंची। भव्य शोभायात्रा में हाजरा हजूर सद्गुरु स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज, सूरत से स्वामी ब्रह्मानंद शास्त्री जी, कोटा से स्वामी मनोहर लाल जी , जयपुर दरबार से संत मोनूराम जी,अमेरिका से संत नरेश लाल जी, अहमदाबाद से संत लक्ष्मण जी, चेन्नई से संत जीतू राम जी एवं देश विदेश से आए हुए संत महात्मा एवं प्रेमीगण शामिल हुए। शोभायात्रा का जगह जगह पर भव्य एवं मनमोहक स्वागत किया गया।
भगवान श्री गणेश पूजन के साथ हुआ 102वें चैत्र मेले का शुभारंभ
जयपुर।
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