राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के 50वे स्थापना दिवस समारोह में श्री प्रतापराव जाधव जी, माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के साथ सम्मिलित हुआ।
समारोह में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान परिसर में माननीय मंत्री महोदय के साथ RBSK – सेंट्रल ड्रग टेस्टिंग फैसिलिटी, DDDU- माइक्रो CT, RSBK – बायोमेडिकल लैब एंड आईपीआर सेल, क्रिया शरीर – एडवांस्ड फिजियोलॉजी लैब, बालरोग- चाइल्ड डेवलपमेंट सेंटर, अगड तंत्र – डी एडिक्शन सेंटर (10 बेडेड) का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में प्रो एमएस बघेल, प्रो एसके खांडल, प्रो निशा गुप्ता को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया और एनआइए आईपीआर पॉलिसी पुस्तक का विमोचन किया गया।हिंदुत्व एक जीवन शैली है और आयुर्वेद उसकी प्राणशक्ति। कोरोना महामारी के संकट में आयुर्वेद चिकित्सा पद्दति का महत्व साबित हुआ है। आयुर्वेद के उत्पाद दवा नहीं बल्कि पूरक खाद्य हैं। आयुर्वेद का महत्व केवल चिकित्सा तक सीमित नहीं है, यह संस्कृति, जीवनशैली और स्वास्थ्य का एक अद्भुत समन्वय है।
इस अवसर पर सचिव आयुष मंत्रालय भारत सरकार वैद्य राजेश कोटेचा जी, वैद्य जयंत देव पुजारी जी, कुलपति आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर प्रो. पीके प्रदीप कुमार प्रजापति जी, प्रमुख शासन सचिव भवानी सिंह जी देथा, सलाहकार डॉ मनोज नेसारी जी, प्रो अनुपम श्रीवास्तव जी के साथ एनआईए के वैद्यजन, शिक्षकगण, अधिकारी कर्मचारी एवं विद्यार्थी मौजूद रहें।
विधायक बालमुकुंद आचार्य राष्ट्रीय आयुर्वैदिक संस्थान 50वीं स्थापना दिवस समारोह में हुए शामिल
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