सनसनीखेज ब्लाइंड मर्डर का खुलासा

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घर से भागी युवती को देह व्यापार में धकेलने की थी कोशिश रेप के दौरान विरोध करने पर की हत्या, अंतर राज्य गैंग से जुड़े महिला समेत दो गिरफ्तार दौसा 10 जनवरी। जिले की मेहंदीपुर बालाजी पुलिस ने डीएसटी के सहयोग से 5 दिन पहले मुख्य बाजार स्थित मुलकराज धर्मशाला में हुए युवती के सनसनीखेज ब्लाइंड मर्डर का खुलासा कर लड़कियों एवं महिलाओं की तस्करी करने वाली अंतर राज्य गैंग से जुड़े आरोपी पवन कुमार उर्फ अजय शर्मा पुत्र सतवीर (42) निवासी खैर सब्जी मंडी के पीछे अलीगढ़ उत्तर प्रदेश और उसकी महिला मित्र किरण उर्फ फूलमती यादव पत्नी कृपाशंकर (42) निवासी थाना जलालपुर जिला आजमगढ़ उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया है। धर्मशाला के कमरे में अर्ध नग्न अवस्था में मिला था शव एसपी संजीव नैन ने बताया कि 4 जनवरी को मेहंदीपुर बालाजी स्थित मुल्क राज धर्मशाला के एक कमरे में एक युवती का शव रजाई से ढका हुआ अर्धनग्न हालत में मिला। धर्मशाला के मैनेजर की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर ब्लाइंड मर्डर के घटना के खुलासे के लिए आईजी उमेश चंद्र दत्ता के निर्देश पर सीओ दीपक मीणा के सुपरविजन एवं एसएचओ अजीत सिंह बडसरा के नेतृत्व में थाना स्तर एवं डीएसटी से 18 सदस्यों की टीम गठित की गई।
चैलेंज के रूप में लिया 2 दिन पुराने शव के फुलने एवं चोट के कारण चेहरे का अंदाजा लगाना मुश्किल था। कमरे में ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, जिससे मृतक व आरोपियों का सुराग लग सके। धर्मशाला के रजिस्टर में गलत नाम, मोबाइल नंबर ओर फर्जी आधार कार्ड दिया गया था। सीसीटीवी भी नहीं लगे थे। ऐसे में पुलिस ने घटना को चैलेंज के रूप में लिया और घटना के खुलासे के लिए 4 अलग अलग टीम गठित की गई। भाषा से हुई मृतक युवती की पहचान धर्मशाला के मैनेजर ने मृतक युवती व उसके साथ आए व्यक्तियों की बोली यूपी के मथुरा और आगरा जैसी होना बताने पर एक टीम मथुरा, आगरा, अलीगढ़ व हाथरस में भेजी गई। बरेली के थाना कोतवाली में 2 जनवरी को एक लड़की की गुमशुदगी दर्ज हुई थी, 31 दिसंबर को घर से नाराज होकर कहीं चली गई थी। परिजनों ने फोटो व शव देख कर मृतक युवती की पहचान आकांक्षा उर्फ शोभी देवल (22) निवासी बड़ागांव बरेली के रूप में की। यूपी से ही पकड़े गए हत्यारे
आधार कार्ड के आधार पर एक टीम अलीगढ़ पहुंची और वहां लड़कियों व महिलाओं की खरीद फरोख्त से जुड़े लोगों की जानकारी प्राप्त की। खैर इलाके में कमरा लेकर रह रहे व्यक्ति डॉ अजय व वीरेंद्र टीम को संदिग्ध लगे। अजय का नाम ही पवन शर्मा है। टीम को पता लगा कि अजय व उसकी महिला मित्र किरण किसी लड़की को लेकर मथुरा से निकले हैं। इस सूचना पर आरोपी को पकड़ने के कई प्रयास किए गए पर हर बार वह बच निकला। आखिर सोमवार को वृंदावन के छटीकरा चौराहे से टीम ने पवन को ओर फिर उसकी सूचना पर महवा के पास नौगांवा में हेम सिंह राजपूत के घर में रह रही किरण को भी पुलिस ने पकड़ लिया। मथुरा जंक्शन पर अकेली बैठी युवती को लिया विश्वास में 22 वर्षीय आकांक्षा उर्फ शोभी देवल किसी बात पर घरवालों से नाराज होकर 31 दिसंबर को घर से निकल गई थी। इधर उधर भटकने के बाद 2 जनवरी की सुबह कहीं जाने के लिए मथुरा जंक्शन के प्रतीक्षा हॉल में अकेली बैठी हुई थी। आरोपी अजय उर्फ पवन व किरण यादव ने उससे बातें की और उसकी परिस्थिति का फायदा उठाकर विश्वास में ले लिया चाय में नींद की गोली मिला रेप का किया प्रयास, विरोध करने पर हत्या विश्वास में लेकर आकांशा को दोनों मेहंदीपुर बालाजी ले आए। जहां उन्होंने उसके लिए खरीदारी भी की। कस्बे के मुलकराज धर्मशाला में कमरा लेकर शाम को चाय में नींद की गोली मिलाकर युवती को दी। रेप की कोशिश करने पर अर्द्धचेतन हालत में आकांशा के विरोध करने और चिल्लाने पर उन्होंने गला दबा और सिर दीवार पर मार कर उसकी हत्या कर दी और शव को रजाई से ढक सारा सामान लेकर कमरे के ताला लगा मौके से फरार हो गए।घर से भागी युवती को देह व्यापार में धकेलने की थी कोशिश रेप के दौरान विरोध करने पर की हत्या, अंतर राज्य गैंग से जुड़े महिला समेत दो गिरफ्तार दौसा 10 जनवरी। जिले की मेहंदीपुर बालाजी पुलिस ने डीएसटी के सहयोग से 5 दिन पहले मुख्य बाजार स्थित मुलकराज धर्मशाला में हुए युवती के सनसनीखेज ब्लाइंड मर्डर का खुलासा कर लड़कियों एवं महिलाओं की तस्करी करने वाली अंतर राज्य गैंग से जुड़े आरोपी पवन कुमार उर्फ अजय शर्मा पुत्र सतवीर (42) निवासी खैर सब्जी मंडी के पीछे अलीगढ़ उत्तर प्रदेश और उसकी महिला मित्र किरण उर्फ फूलमती यादव पत्नी कृपाशंकर (42) निवासी थाना जलालपुर जिला आजमगढ़ उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया है।धर्मशाला के कमरे में अर्ध नग्न अवस्था में मिला था शव
एसपी संजीव नैन ने बताया कि 4 जनवरी को मेहंदीपुर बालाजी स्थित मुल्क राज धर्मशाला के एक कमरे में एक युवती का शव रजाई से ढका हुआ अर्धनग्न हालत में मिला। धर्मशाला के मैनेजर की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर ब्लाइंड मर्डर के घटना के खुलासे के लिए आईजी उमेश चंद्र दत्ता के निर्देश पर सीओ दीपक मीणा के सुपरविजन एवं एसएचओ अजीत सिंह बडसरा के नेतृत्व में थाना स्तर एवं डीएसटी से 18 सदस्यों की टीम गठित की गई।
चैलेंज के रूप में लिया
2 दिन पुराने शव के फुलने एवं चोट के कारण चेहरे का अंदाजा लगाना मुश्किल था। कमरे में ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, जिससे मृतक व आरोपियों का सुराग लग सके। धर्मशाला के रजिस्टर में गलत नाम, मोबाइल नंबर ओर फर्जी आधार कार्ड दिया गया था। सीसीटीवी भी नहीं लगे थे। ऐसे में पुलिस ने घटना को चैलेंज के रूप में लिया और घटना के खुलासे के लिए 4 अलग अलग टीम गठित की गई। भाषा से हुई मृतक युवती की पहचान धर्मशाला के मैनेजर ने मृतक युवती व उसके साथ आए व्यक्तियों की बोली यूपी के मथुरा और आगरा जैसी होना बताने पर एक टीम मथुरा, आगरा, अलीगढ़ व हाथरस में भेजी गई। बरेली के थाना कोतवाली में 2 जनवरी को एक लड़की की गुमशुदगी दर्ज हुई थी, 31 दिसंबर को घर से नाराज होकर कहीं चली गई थी। परिजनों ने फोटो व शव देख कर मृतक युवती की पहचान आकांक्षा उर्फ शोभी देवल (22) निवासी बड़ागांव बरेली के रूप में की।
यूपी से ही पकड़े गए हत्यारे आधार कार्ड के आधार पर एक टीम अलीगढ़ पहुंची और वहां लड़कियों व महिलाओं की खरीद फरोख्त से जुड़े लोगों की जानकारी प्राप्त की। खैर इलाके में कमरा लेकर रह रहे व्यक्ति डॉ अजय व वीरेंद्र टीम को संदिग्ध लगे। अजय का नाम ही पवन शर्मा है। टीम को पता लगा कि अजय व उसकी महिला मित्र किरण किसी लड़की को लेकर मथुरा से निकले हैं। इस सूचना पर आरोपी को पकड़ने के कई प्रयास किए गए पर हर बार वह बच निकला। आखिर सोमवार को वृंदावन के छटीकरा चौराहे से टीम ने पवन को ओर फिर उसकी सूचना पर महवा के पास नौगांवा में हेम सिंह राजपूत के घर में रह रही किरण को भी पुलिस ने पकड़ लिया। मथुरा जंक्शन पर अकेली बैठी युवती को लिया विश्वास में 22 वर्षीय आकांक्षा उर्फ शोभी देवल किसी बात पर घरवालों से नाराज होकर 31 दिसंबर को घर से निकल गई थी। इधर उधर भटकने के बाद 2 जनवरी की सुबह कहीं जाने के लिए मथुरा जंक्शन के प्रतीक्षा हॉल में अकेली बैठी हुई थी। आरोपी अजय उर्फ पवन व किरण यादव ने उससे बातें की और उसकी परिस्थिति का फायदा उठाकर विश्वास में ले लिया चाय में नींद की गोली मिला रेप का किया प्रयास, विरोध करने पर हत्या विश्वास में लेकर आकांशा को दोनों मेहंदीपुर बालाजी ले आए। जहां उन्होंने उसके लिए खरीदारी भी की। कस्बे के मुलकराज धर्मशाला में कमरा लेकर शाम को चाय में नींद की गोली मिलाकर युवती को दी। रेप की कोशिश करने पर अर्द्धचेतन हालत में आकांशा के विरोध करने और चिल्लाने पर उन्होंने गला दबा और सिर दीवार पर मार कर उसकी हत्या कर दी और शव को रजाई से ढक सारा सामान लेकर कमरे के ताला लगा मौके से फरार हो गए।

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